स्थान: डोईवाला, देहरादून (उत्तराखंड)
तिथि: 16 नवंबर 2025
देहरादून जिले के डोईवाला क्षेत्र के अठुरवाला में हाथियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जंगल व आबादी की सीमा पर लगी सोलर फेंसिंग आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हो चुकी है, जिसके बाद से हाथी लगातार जाखन नदी पार कर ग्रामीण बस्तियों में प्रवेश कर रहे हैं।
रविवार रात सुनार गांव में हाथी का हंगामा
शनिवार की मौजूदगी के बाद रविवार रात एक बार फिर हाथी सुनार गांव पहुंच गया।
यहां उसने महावीर असवाल के घर का मजबूत लोहे का गेट तोड़ दिया, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। सौभाग्य से घर के किसी सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचा।
अचानक मोड़ पर कार के सामने आया हाथी, चालक बाल-बाल बचा
अगली सुबह स्थिति तब और खतरनाक हो गई जब अचानक एक मोड़ पर जाते हुए एक कार सीधे हाथी के सामने आ गई।
कार चालक घबराहट में कार पीछे करने लगा, जबकि आसपास मौजूद कुछ युवाओं ने शोर मचाते हुए हाथी का वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
गनीमत यह रही कि हाथी ने किसी तरह की आक्रामक प्रतिक्रिया नहीं दिखाई और किसी भी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाई। थोड़ी देर बाद हाथी खेतों के रास्ते जाखन नदी पार करता हुआ वापस जंगल में चला गया।
स्थानीय प्रतिनिधियों ने उठाई सुरक्षा की मांग
घटना के बाद सभासद प्रदीप नेगी ने वन विभाग से तत्काल सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की।
नेगी ने चेतावनी दी कि हाथी के लगातार आबादी क्षेत्र में आने से किसी बड़े हादसे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
वन विभाग ने शुरू कराई खाई खुदाई, गश्त भी बढ़ाई
शिकायत के बाद वन विभाग ने हाथी के आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले रास्तों पर खाई खोदने का कार्य शुरू कर दिया है।
वन विभाग के रेंजर धीरज रावत ने बताया कि रात के समय गश्ती दल तैनात रहेगा और हाथी के दिखते ही उसे सुरक्षित रूप से जंगल की ओर खदेड़ा जाएगा।
निष्कर्ष
अठुरवाला क्षेत्र में हाथियों की बढ़ती आवाजाही ग्रामीणों की रोजमर्रा की जिंदगी में बड़ा खतरा बनती जा रही है।
सोलर फेंसिंग के क्षतिग्रस्त होने के बाद उनकी बस्तियों में घुसपैठ और भी बढ़ गई है।
वन विभाग के द्वारा शुरू किए गए सुरक्षा उपाय उम्मीद जगाते हैं, लेकिन जब तक मजबूत संरचनात्मक समाधान नहीं अपनाए जाते, तब तक ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति की संभावना बनी रहेगी।




