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ईडी की बड़ी कार्रवाई: यूपी, महाराष्ट्र और उत्तराखंड समेत 15 ठिकानों पर छापेमारी, 5 फार्मा कंपनियों पर शिकंजा

देहरादून | 17 जून 2025

उत्तराखंड सहित देश के छह राज्यों में मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत ड्रग माफिया और फार्मा कंपनियों के बीच चल रहे कथित आपराधिक गठजोड़ के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी की। कार्रवाई उत्तराखंड के हरिद्वार, ऋषिकेश और काशीपुर स्थित पांच फार्मास्युटिकल कंपनियों के परिसरों में की गई, जबकि अन्य छापे उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न ठिकानों पर मारे गए। कुल 15 स्थानों पर ईडी की टीमें एक साथ सक्रिय रहीं।

जांच के दायरे में आईं ये कंपनियां

सूत्रों के मुताबिक, जिन कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी हुई, उनमें प्रमुख हैं:

  • बायोजेनेटिक ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड
  • सीबी हेल्थकेयर
  • सीमिलेक्स फार्माकेम ड्रग्स इंडस्ट्रीज
  • सोल हेल्थकेयर (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड
  • एस्टर फार्मा

इन सभी कंपनियों पर प्रतिबंधित दवाओं के असामान्य स्तर पर उत्पादन और ड्रग तस्करों के लिए अवैध सप्लाई के आरोप लगे हैं। ईडी की टीमों ने इन कंपनियों के बिक्री रिकॉर्ड, स्टॉक रजिस्टर, बैंक ट्रांजेक्शन और रॉ मटीरियल की खरीद से जुड़ी गतिविधियों की गहन जांच की।

STF की FIR के आधार पर कार्रवाई

यह पूरी कार्रवाई उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा वर्ष 2024 में दर्ज की गई एक प्राथमिकी के आधार पर की गई है। इस प्राथमिकी में बताया गया था कि कुछ फार्मा कंपनियां नशा तस्करों को प्रतिबंधित दवाएं अवैध रूप से सप्लाई कर रही थीं। ईडी ने इस FIR को मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांचना शुरू किया और प्रारंभिक जांच में ही करोड़ों रुपए के लेन-देन और संदिग्ध गतिविधियों के प्रमाण मिले।

ड्रग पैडलर एलेक्स की गिरफ्तारी बनी कड़ी

इस मामले में एक अहम भूमिका निभाई ड्रग पैडलर एलेक्स पालीवाल की गिरफ्तारी ने। एलेक्स ने जांच एजेंसियों के समक्ष यह खुलासा किया कि इन फार्मा कंपनियों के साथ उसका सीधा गठजोड़ था और इन्हीं के जरिए प्रतिबंधित दवाएं बड़े स्तर पर तस्करों तक पहुंचाई जा रही थीं।

ईडी सूत्रों के अनुसार, एक दवा कंपनी द्वारा कुछ ही महीनों में 20 करोड़ से अधिक टैबलेट्स का उत्पादन किया गया, जो सामान्य उपयोग से कहीं अधिक है और जिससे शक की सुई सीधे नशा व्यापार की ओर जाती है।

मनी लॉन्ड्रिंग का शक, संपत्तियां होंगी अटैच?

जांच में अब यह भी सामने आया है कि इन कंपनियों और तस्करों के गठजोड़ के जरिये सैकड़ों करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई है, जिसे मनी लॉन्ड्रिंग की श्रेणी में माना जा रहा है। ईडी अब इन कंपनियों की संपत्तियों को अटैच करने की तैयारी में है।

फार्मा सेक्टर में हड़कंप

ईडी की इस कार्रवाई ने पूरे फार्मा सेक्टर में हड़कंप मचा दिया है। इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई एक बड़ा संदेश है कि कानून की नजर से कोई बच नहीं सकता। साथ ही, माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और कंपनियों और व्यक्तियों के नाम इस घोटाले में सामने आ सकते हैं।


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