उत्तरकाशी, 8 अगस्त 2025
उत्तरकाशी के धराली गांव में आए भीषण क्लाउडबर्स्ट और मलबा गिरने की घटना के बाद, लापता लोगों की तलाश का आज चौथा दिन है। इस आपदा में कई परिवार बिखर गए हैं—किसी ने अपने परिजन खो दिए, तो कोई अब भी उनकी सलामती की उम्मीद पर टिका है।
गुरुवार सुबह, धराली की कई महिलाएं और युवतियां जिला अस्पताल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने पहुंचीं। जैसे ही सीएम अस्पताल पहुंचे, वहां मौजूद खुशबू पंवार और अन्य महिलाएं फूट-फूटकर रोने लगीं।
“तीन दिन हो गए, मम्मी-पापा से बात नहीं हुई”
खुशबू पंवार, अंकिता पंवार, तनुजा पंवार, स्वाती, बीना पंवार और पुष्पा पंवार समेत कई महिलाएं सुबह से अस्पताल में इंतजार कर रही थीं। खुशबू ने बताया कि हादसे के दिन थोड़ी देर के लिए पिता से बात हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था—“तेरे चाचा-चाची चले गए”—लेकिन उसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो पाया।
खुशबू ने रोते हुए मुख्यमंत्री से कहा, “सर, मेरे मम्मी-पापा से बात करवा दो… तीन दिन हो गए हैं, उनका कोई अता-पता नहीं। मेरे पिता का दिल कमजोर है, और दो दिन से कोई खबर न मिलने से अनहोनी का डर सताने लगा है।”
पहले ही खो चुकीं चाचा-चाची और मासूम बच्चा
खुशबू ने बताया कि हादसे में उनके चाचा, चाची और एक मासूम बच्चा पहले ही लापता हो चुके हैं। अब माता-पिता से संपर्क टूट जाने से उनकी चिंता और बढ़ गई है।
सीएम ने दिया भरोसा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि शुक्रवार से धराली से सभी फंसे हुए लोगों को निकालने का अभियान शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि किसी भी परिवार को बिना खबर के न रहना पड़े और लापता लोगों की खोज तेजी से हो।
धराली आपदा में राहत व बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और खराब मौसम के कारण रेस्क्यू टीमों को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।