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उत्तराखंड की अनोखी पहल: अब एक दिन के लिए डीएम-एसपी बनेंगे बोर्ड टॉपर्स, सीएम धामी ने दी योजना को मंजूरी

प्रशासनिक अनुभव और आत्मविश्वास बढ़ाने की दिशा में प्रेरक कदम, साथ ही राज्यभर में ‘नदी उत्सव’ आयोजित करने के निर्देश


देहरादून, 17 जून 2025 

उत्तराखंड सरकार ने शिक्षा और प्रशासन को जोड़ने वाली एक प्रेरणादायी पहल की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की है कि उत्तराखंड बोर्ड के 10वीं और 12वीं के टॉपर्स छात्रों को उनके जिले में एक दिन के लिए जिलाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) की भूमिका निभाने का अवसर दिया जाएगा। इस ऐतिहासिक फैसले का उद्देश्य छात्रों को प्रशासनिक तंत्र से रूबरू कराना और उनमें आत्मविश्वास भरना है।

 मेधावियों को मिलेगा प्रशासनिक अनुभव

मुख्यमंत्री धामी ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में औपचारिक पत्र भेजा जाए। शासन स्तर पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है ताकि इस योजना को सभी जिलों में लागू किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा:

“यह पहल न केवल विद्यार्थियों के लिए एक सम्मान होगा, बल्कि उन्हें प्रशासनिक कार्यप्रणाली को समझने और उच्च लक्ष्य की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा भी देगी।”

 योजना के प्रमुख बिंदु:

  • योजना केवल उत्तराखंड बोर्ड के टॉपर्स के लिए लागू होगी।

  • टॉपर छात्रों को एक दिन के लिए डीएम व एसपी की भूमिका सौंपी जाएगी।

  • छात्रों को सरकारी बैठकों में भाग लेने, फील्ड विजिट करने और निर्णय प्रक्रिया को समझने का मौका मिलेगा।

  • जिलों के अधिकारियों को निर्देश: इस आयोजन को गंभीरता व प्रेरणा के रूप में लें।


 ‘नदी उत्सव’ भी होगा आयोजित

मुख्यमंत्री धामी ने एक और महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की — ‘नदी उत्सव’, जो राज्य की प्रमुख नदियों के नाम पर आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य नदियों की सफाई, पुनर्जीवन, और संरक्षण को जन आंदोलन का रूप देना है।

नदी उत्सव के मुख्य उद्देश्य:

  • आमजन को जल स्रोतों के प्रति संवेदनशील और जागरूक बनाना

  • स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को समाज का हिस्सा बनाना

  • स्थानीय सहभागिता से नदियों को बचाने की मुहिम को गति देना

मुख्यमंत्री ने कहा:

“नदियां केवल जल का स्रोत नहीं, बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति, परंपरा और जीवनशैली का हिस्सा हैं। ‘नदी उत्सव’ के माध्यम से हम जलसंरक्षण को जनांदोलन का रूप देंगे।”


 विशेषज्ञों की राय

शिक्षाविदों और पर्यावरण विशेषज्ञों ने मुख्यमंत्री की इस दोहरी पहल की सराहना की है।

  • मेधावियों को प्रशासनिक अनुभव देना नई पीढ़ी को प्रेरित करने का अभिनव तरीका माना जा रहा है।

  • वहीं ‘नदी उत्सव’ को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ सामूहिक लड़ाई की दिशा में एक सशक्त कदम बताया गया है।


 निष्कर्ष
उत्तराखंड सरकार की ये दो पहलकदमियां — “एक दिन का डीएम-एसपी” और “नदी उत्सव”, युवाओं और पर्यावरण दोनों को समान रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक दूरदर्शी प्रयास हैं। जहां एक ओर छात्र अपने सपनों को हकीकत के करीब महसूस करेंगे, वहीं दूसरी ओर समाज मिलकर नदियों को बचाने की जिम्मेदारी उठाएगा।

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