देहरादून/हरिद्वार | 23 जुलाई 2025
उत्तराखंड की सड़कें अब ईको-फ्रेंडली रफ्तार से दौड़ेंगी। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के अंतर्गत हरिद्वार और देहरादून में जल्द ही 150 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होने जा रहा है। यह योजना जहां शहरों की यातायात प्रणाली को स्मार्ट बनाएगी, वहीं करीब 750 लोगों को रोजगार भी प्रदान करेगी।
क्या है योजना?
योजना के तहत देहरादून और हरिद्वार में:
- 150 ई-बसें चलाई जाएंगी
- बस अड्डों और चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है
- अब तक 28 ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन तैयार किए जा चुके हैं
- योजना इस वित्तीय वर्ष के भीतर शुरू की जाएगी
रोजगार और पर्यावरण – दोहरा लाभ
इस योजना से न सिर्फ प्रदेश की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली आधुनिक होगी, बल्कि 750 युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से वायु प्रदूषण पर भी लगाम लगेगी। सरकार का लक्ष्य है कि नागरिकों को स्वच्छ, सस्ती और सुलभ परिवहन सेवा मिले।
सीएम धामी की सख्त हिदायत – समय पर पूरा हो काम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में हुई बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि:
- बस अड्डों, पार्किंग और चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण समयबद्ध ढंग से पूरा हो
- ग्रीन सेस लागू करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए
- परिवहन निगम की आय बढ़ाने के लिए नए उपायों पर कार्य हो
- राजकीय भवनों, गेस्ट हाउसों, पेट्रोल पंपों के पास भी चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना सुनिश्चित की जाए
अधिकारियों ने क्या कहा?
परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक रीना जोशी ने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य है:
“नागरिकों को पर्यावरण अनुकूल, आधुनिक व भरोसेमंद यातायात सुविधा उपलब्ध कराना। साथ ही राज्य में ई-व्हीकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना।”
उन्होंने बताया कि इस परियोजना के लिए भारत सरकार से ₹27.38 करोड़ का वित्तीय अनुमोदन प्राप्त हो चुका है।
बैठक में कौन-कौन रहे शामिल?
- मुख्य सचिव: आनंद बर्द्धन
- प्रमुख सचिव: आरके सुधांशु, आर मीनाक्षी सुंदरम
- परिवहन निगम एमडी: रीना जोशी
- अवस्थापना अनुश्रवण परिषद उपाध्यक्ष: विश्वास डाबर
- परिवहन विभाग के अन्य अधिकारी
निष्कर्ष:
उत्तराखंड सरकार की यह पहल राज्य में स्मार्ट मोबिलिटी की दिशा में एक बड़ा कदम है। आने वाले समय में इलेक्ट्रिक बसों की आवाजाही न केवल पर्यावरण के अनुकूल साबित होगी, बल्कि सैकड़ों लोगों के लिए रोज़गार के नए द्वार भी खोलेगी।