28 जुलाई को 10 जिलों के 40 विकासखंडों में होगा मतदान, 14,751 प्रत्याशी मैदान में
देहरादून, 26 जुलाई 2025 – उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण ने महिला मतदाताओं की अभूतपूर्व भागीदारी के साथ लोकतंत्र की ताकत को मजबूत किया। गुरुवार को हुए पहले चरण में कुल 68% मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 73% रहा, जबकि पुरुषों का प्रतिशत 63% रहा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने इसे उत्साहजनक रुझान मानते हुए दूसरे चरण के मतदान की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। 28 जुलाई को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक दूसरे चरण का मतदान राज्य के 10 जिलों के 40 विकासखंडों में संपन्न होगा।
चुनावी शोर होगा थमा, प्रत्याशी करेंगे डोर-टू-डोर प्रचार
निर्वाचन नियमों के अनुसार, शनिवार शाम 5 बजे चुनाव प्रचार पूरी तरह बंद हो जाएगा। इसके बाद उम्मीदवार केवल घर-घर जाकर व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से प्रचार कर सकेंगे। पोलिंग पार्टियों की रवाना करने की प्रक्रिया भी शनिवार से शुरू हो जाएगी।
दूसरे चरण में मैदान में 14,751 प्रत्याशी
निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल ने जानकारी दी कि दूसरे चरण में कुल 14,751 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें शामिल हैं:
- ग्राम पंचायत सदस्य: 1,988
- ग्राम प्रधान: 7,833
- क्षेत्र पंचायत सदस्य: 4,214
- जिला पंचायत सदस्य: 871
इन 10 जिलों के विकासखंडों में होगा मतदान
(पहले चरण में बागेश्वर और रुद्रप्रयाग के सभी विकासखंडों में मतदान संपन्न हो चुका है)
- अल्मोड़ा: सल्ट, स्याल्दे, भिकियासैंण, हवालबाग, द्वाराहाट
- ऊधमसिंह नगर: रुद्रपुर, काशीपुर, जसपुर
- चंपावत: चंपावत, बाराकोट
- पिथौरागढ़: विण, मूनाकोट, बेरीनाग, गंगोलीहाट
- नैनीताल: हल्द्वानी, रामनगर, भीमताल, कोटाबाग
- उत्तरकाशी: डुंडा, चिन्यालीसौड़, भटवाड़ी
- चमोली: पोखरी, दशोली, नंदानगर, कर्णप्रयाग, गैरसैंण
- टिहरी गढ़वाल: कीर्तिनगर, देवप्रयाग, नरेंद्रनगर, चंबा
- देहरादून: डोईवाला, रायपुर, सहसपुर
- पौड़ी गढ़वाल: यमकेश्वर, जयहरीखाल, दुगड्डा, द्वारीखाल, पौड़ी, कोट, कल्जीखाल
महिलाओं की भागीदारी बनी चर्चा का विषय
पहले चरण में महिलाओं की भागीदारी ने सभी को प्रभावित किया। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने न केवल लंबी कतारों में खड़े होकर वोट डाले, बल्कि कई जगहों पर पुरुषों से अधिक मतदान कर लोकतंत्र के प्रति अपनी जागरूकता और सहभागिता को दर्शाया।
अब सबकी निगाहें दूसरे चरण के मतदान पर टिकी हैं, जहां उम्मीदवारों की जीत-हार का फैसला गांव की जनता के वोट से तय होगा।