देहरादून | पंचायत चुनाव विशेष रिपोर्ट | 9 जुलाई 2025
उत्तराखंड में बारिश के मौसम के बीच होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। हरिद्वार को छोड़कर राज्य के 12 जिलों में होने वाले चुनावों के दौरान रात में पोलिंग पार्टियों का मूवमेंट पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
निर्वाचन आयुक्त ने दिए अहम निर्देश
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की। बैठक में कानून-व्यवस्था और विशेष रूप से आपदा प्रबंधन योजना को लेकर रणनीति तय की गई।
पोलिंग मूवमेंट और सुरक्षा व्यवस्था – प्रमुख फैसले:
- रात में पोलिंग पार्टियों का मूवमेंट नहीं होगा
- केवल दिन में ही टीमों की आवाजाही होगी
- देर शाम तक मतदान की स्थिति में पोलिंग टीमें रात वहीं रुकेंगी और अगले दिन लौटेंगी
- आपदा के लिहाज से एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की तैनाती
- दोनों मंडलों में टीमें रहेंगी तैनात
- पिथौरागढ़ और देहरादून (सहस्रधारा) में हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर
- सड़कें खुली रखने के निर्देश
- लोनिवि और पीएमजीएसवाई को जिम्मेदारी
- भारी बारिश या भूस्खलन की स्थिति से निपटने की तैयारी
स्वास्थ्य केंद्र रहेंगे अलर्ट मोड में
- सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रखा जाएगा
- डॉक्टर, स्टाफ और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित
- एम्बुलेंस सेवाएं 24×7 तैयार रहेंगी
आपदा प्रबंधन पर विशेष जोर
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा:
“चुनाव प्रक्रिया किसी आपदा की चपेट में न आए, इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि संसाधनों की कोई कमी न रहे। जल्द ही मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन सचिव के साथ उच्चस्तरीय बैठक होगी।”
क्या है चुनावी टाइमलाइन?
- नामांकन वापसी: 10-11 जुलाई
- चुनाव चिन्ह आवंटन (पहला चरण): 14 जुलाई
- पहले चरण की वोटिंग: 24 जुलाई
राज्य निर्वाचन आयोग की तैयारियां दिखा रही हैं कि चुनाव प्रक्रिया को सुगम, सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से संपन्न कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है।