देहरादून, 3 सितंबर 2025 (बुधवार)
उत्तराखंड परिवहन निगम के कर्मचारी लगातार दो माह से वेतन न मिलने से नाराज़ हैं। कर्मचारियों ने मंगलवार को देहरादून के आईएसबीटी और ट्रांसपोर्ट नगर कार्यशाला में अधिकारियों का घेराव कर विरोध जताया। यूनियनों ने साफ कहा है कि अगर 8 सितंबर तक वेतन नहीं मिला तो 9 सितंबर से प्रदेशव्यापी हड़ताल शुरू की जाएगी।
दो माह से नहीं मिला वेतन, जून का भी हुआ था विलंब से भुगतान
कर्मचारियों को जुलाई और अगस्त का वेतन अब तक नहीं मिला है। वहीं, जून माह का वेतन अगस्त के पहले पखवाड़े में दिया गया था। इससे कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है।
सेवानिवृत्त और बस ऑपरेटर भी भुगतान से वंचित
न केवल वर्तमान कर्मचारी बल्कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के भुगतान पिछले छह माह से लंबित हैं। इसी तरह, अनुबंधित बस ऑपरेटरों को भी तीन माह से भुगतान नहीं किया गया है। लगातार ज्ञापन देने के बावजूद निगम प्रबंधन ने वित्तीय संकट का हवाला देते हुए भुगतान से हाथ खड़े कर दिए हैं।
अधिकारियों का घेराव, यूनियनों की चेतावनी
मंगलवार को कर्मचारियों ने ट्रांसपोर्ट नगर कार्यशाला में निरीक्षण करने पहुंचे डीजीएम तकनीकी भूपेश कुशवाह और एजीएम वित्त राजीव गुप्ता का घेराव किया। वहीं, आईएसबीटी पर एजीएम ग्रामीण डिपो प्रतीक जैन के खिलाफ भी विरोध हुआ।
संयुक्त परिषद के प्रदेश महामंत्री दिनेश पंत ने कहा कि –
“यदि 8 सितंबर तक वेतन भुगतान नहीं हुआ, तो 9 सितंबर से पूरे प्रदेश में परिवहन निगम कर्मचारी कार्य-बहिष्कार करेंगे।”
मंडलों में भी बढ़ा विरोध, काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन
देहरादून, टनकपुर और नैनीताल मंडलों में भी यूनियन ने 9 सितंबर से कार्य-बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। कई कर्मचारी काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज करा रहे हैं।
वित्तीय संकट गहराया, डीजल सप्लाई पर भी संकट
परिवहन निगम पर इस समय करीब 100 करोड़ रुपये की देनदारी हो चुकी है। इसमें—
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कर्मचारियों का दो माह का वेतन: 42 करोड़ रुपये
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बचत ऋण समितियों का भुगतान (मार्च से लंबित): 18 करोड़ रुपये
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सेवानिवृत्त कर्मचारियों का बकाया: 30 करोड़ रुपये
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इंडियन ऑयल का डीजल भुगतान बकाया: 11 करोड़ रुपये
भुगतान न होने पर इंडियन ऑयल ने भी डीजल सप्लाई रोकने की चेतावनी दी है। इसके अलावा स्पेयर पार्ट्स और टायरों का भुगतान भी बाकी है।
सभी यूनियनों से मांगा समर्थन
उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी कर्मचारी संगठनों से समर्थन मांगा है। यूनियन की देहरादून, हल्द्वानी और टनकपुर शाखाओं से पत्र जारी कर अन्य यूनियनों को आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया गया है।
यदि 9 सितंबर से कार्य-बहिष्कार शुरू हुआ तो प्रदेश में संपूर्ण बस संचालन ठप हो सकता है, जिसका सीधा असर आम जनता और यात्रियों पर पड़ेगा।