तारीख: 22 नवंबर 2025
स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
देहरादून में दिखा ऐतिहासिक फैसला — पहाड़ लौटने की राह दिखाती एक प्रेरक पहल
उत्तराखंड जहां वर्षों से पलायन की समस्या से जूझ रहा है, वहीं देहरादून में रहने वाली युवा चिकित्सक डॉ. मल्लिका सजवाण ने ऐसा फैसला लिया है, जिसने रिवर्स पलायन को नया संदेश दिया है।
22 नवंबर 2025 को आयोजित उनके वैवाहिक समारोह ने युवाओं के बीच एक सशक्त सामाजिक संदेश छोड़ा है।
पारंपरिक रीति-रिवाजों के बीच संपन्न हुआ वैवाहिक कार्यक्रम
डिफेंस कॉलोनी, देहरादून के निवासी एवं भगवान घंटाकर्ण के उपासक श्री कुलबीर सिंह सजवाण की सुपुत्री डॉ. मल्लिका सजवाण ने टिहरी गढ़वाल के चंबा निवासी डॉ. विवेक चंद रमोला, सुपुत्र श्री सुशील चंद रमोला, के साथ विवाह बंधन में बंधने का निर्णय लिया।
यह विवाह उत्तराखंड की पौराणिक परंपरा, विष्णु विवाह शैली तथा पूर्ण मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न हुआ, जिसने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया।
पलायन के बीच रिवर्स पलायन का सशक्त संदेश
उत्तराखंड से लगातार हो रहे पलायन के बीच, पहाड़ों से शिक्षा और रोजगार की तलाश में बाहर जाना आम हो गया है। लेकिन डॉ. मल्लिका ने अपने विवाह के माध्यम से युवाओं को यह बताया कि —
“पलायन समाधान नहीं, बल्कि पहाड़ों की ओर लौटना हमारी जिम्मेदारी है।”
उनका यह निर्णय पहाड़ों की संस्कृति, परंपरा और सामाजिक मूल्यों को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी ने बढ़ाई शान
इस वैवाहिक समारोह में उत्तराखंड की राजनीति, समाज और आंदोलनकारी पृष्ठभूमि से जुड़े कई प्रमुख लोग शामिल रहे, जिनमें शामिल हैं—
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हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत
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पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत
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विधायक विनोद कंडारी
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वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना
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राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगरान
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राज्य आंदोलनकारी ओम गोपाल रावत
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मुन्नी की रेती नगर पालिका अध्यक्ष नीलम बिजलवाण
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पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी
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विधायक धन सिंह नेगी
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पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट
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विधायक बृजभूषण गैरोला
इनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष और गरिमामयी बना दिया।
परिवार की खुशी: ‘भविष्य की पीढ़ी के लिए प्रेरणा’
डॉ. मल्लिका के चाचा श्री चित्रपाल सजवाण ने भावुक होते हुए कहा—
“हमें गर्व है कि हमारी भतीजी ने उत्तराखंड में बढ़ते पलायन की समस्या को समझते हुए एक ऐतिहासिक फैसला लिया। वह न केवल हमारे परिवार, बल्कि समस्त युवाओं के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण बनी हैं।”
सजवाण वंश हितकारिणी कमेटी और भक्त समुदाय का समर्थन
समस्त सजवाण वंश हितकारिणी कमेटी एवं भगवान घंटाकर्ण के समस्त भक्तों ने डॉ. मल्लिका के इस निर्णय का स्वागत किया और इसे पहाड़ों के भविष्य के लिए एक सकारात्मक पहल बताया।
निष्कर्ष: रिवर्स पलायन की राह दिखाती नई पीढ़ी
डॉ. मल्लिका सजवाण का यह फैसला केवल एक विवाह समारोह नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और उत्तराखंड के भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता का संदेश है।
उनका कदम यह साबित करता है कि यदि युवा पीढ़ी ठान ले, तो पलायन जैसी गंभीर समस्या का समाधान निकल सकता है और पहाड़ों की खुशियाँ फिर से लौट सकती हैं।


