देहरादून, 2 अगस्त 2025
गंगा की शांत लहरों के ऊपर टिका ऋषिकेश का प्रसिद्ध रामझूला पुल अब जल्द ही नई मजबूती के साथ खड़ा होगा। 1985 में बने इस 220 मीटर लंबे झूला पुल की मरम्मत के लिए राज्य सरकार ने 11 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति दे दी है। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) अब सितंबर के मध्य से कार्य प्रारंभ करने की तैयारी में है। मरम्मत के बाद इस पुल पर फिर से सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की जा सकेगी।
रामझूला: श्रद्धा, आवागमन और अब मजबूती का प्रतीक
रामझूला पुल केवल एक यातायात सुविधा नहीं, बल्कि ऋषिकेश की धार्मिक, पर्यटन और सांस्कृतिक पहचान का अहम हिस्सा है। यह पुल टिहरी के मुनिकीरेती और पौड़ी के स्वर्गाश्रम को जोड़ता है।
पहले केवल पैदल आवाजाही के लिए बनाया गया यह पुल, वर्षों तक दोपहिया वाहनों की आवाजाही का भी माध्यम बना रहा। लेकिन लक्ष्मणझूला पुल के बंद होने के बाद यहां यातायात का दबाव कई गुना बढ़ गया, जिससे पुल की संरचना पर असर पड़ा।
तीन सस्पेंडर वायर टूटीं, सुरक्षा बनी चिंता का विषय
रामझूला पुल में हाल ही में तीन सस्पेंडर वायर टूटने की पुष्टि हुई थी। लोनिवि की टीम ने 2021 में ही पुल पर आवाजाही सीमित करने की सिफारिश की थी।
दो साल पहले दोपहिया वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया, लेकिन पैदल श्रद्धालुओं और स्थानीयों के लिए यह पुल जीवनरेखा बना रहा।
मरम्मत कार्य का दायरा: क्या होगा बदलाव
440 सस्पेंडर वायर वाले इस पुल में कंपन को संतुलित करने के लिए हर दो मीटर पर सस्पेंडर वायर लगी होती हैं। ये वायर पुल के डेक और बेस केबल्स के बीच संतुलन बनाए रखते हैं ताकि कंपन किसी एक जगह इकट्ठा न हो और पुल की स्थिरता बनी रहे।
मरम्मत कार्य में विशेष रूप से:
- टूटे सस्पेंडर वायर बदलने
- दोषपूर्ण तारों की मरम्मत
- और पुल के ढांचे को पुनः संतुलित करने का काम होगा।
पंद्रह सितंबर से कार्य आरंभ, टेंडर प्रक्रिया जारी
लोनिवि नरेंद्रनगर खंड के अधिशासी अभियंता विजय मोघा ने जानकारी दी कि पंद्रह सितंबर के आसपास से मरम्मत कार्य शुरू होगा। टेंडर और तकनीकी प्रक्रियाएं अगले कुछ हफ्तों में पूरी कर ली जाएंगी।
राजनीतिक नेतृत्व से सराहना और आशा
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताते हुए कहा:
“यह निर्णय न केवल स्थानीय जनता के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि यह प्रदेश के धार्मिक पर्यटन को मजबूती देने की दिशा में बड़ा कदम है। मरम्मत कार्य से व्यापार, पर्यटन और तीर्थ यात्राओं को नई गति मिलेगी।”
रामझूला की मरम्मत: एक नई शुरुआत
राज्य सरकार की ओर से यह कदम आस्था और आधारभूत संरचना दोनों को जोड़ने का प्रतीक बन गया है। रामझूला पुल का मजबूतीकरण न केवल आवाजाही को सुरक्षित बनाएगा, बल्कि यह सुनिश्चित करेगा कि आने वाले वर्षों तक यह पुल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भरोसे का पुल बना रहे।
ऋषिकेश की पहचान से जुड़ा यह ऐतिहासिक पुल, अब एक बार फिर अपने गौरव के साथ तैयार होगा — सुरक्षित, मजबूत और भविष्य के लिए तैयार।