10 करोड़ की लागत से होगी बड़ी मरम्मत, कुंभ से पहले काम पूरा करने की तैयारी
तारीख: 11 दिसंबर 2025
स्थान: ऋषिकेश, मुनिकीरेती—स्वर्गाश्रम क्षेत्र
एक साल तक बंद रहेगा रामझूला पुल, मरम्मत कार्य इसी माह शुरू
ऋषिकेश के ऐतिहासिक रामझूला पुल को बड़ी मरम्मत के लिए एक साल तक बंद किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) नरेंद्रनगर ने पुल के सस्पेंडर्स वायर, डेक और अन्य संरचनात्मक हिस्सों की मरम्मत हेतु तैयारी पूरी कर ली है। लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य संपन्न होगा।
कुंभ से पहले इसकी मरम्मत पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।
1985 में बना था पुल, पैदल के लिए था निर्मित—लेकिन बढ़ गया दबाव
रामझूला पुल का निर्माण 1985 में केवल पैदल आवाजाही के लिए किया गया था।
यह 220 मीटर लंबा पुल टिहरी जिले के मुनिकीरेती क्षेत्र को पौड़ी जिले के स्वर्गाश्रम से जोड़ता है। समय के साथ पुल पर पैदल यात्रियों के साथ दोपहिया वाहन भी चलने लगे, जिससे इसका दबाव कई गुना बढ़ गया।
लक्ष्मणझूला पुल बंद होने के बाद यह दबाव और अधिक बढ़ा।
तीन सस्पेंडर वायर टूटे थे, 2021 में आवाजाही बंद करने का सुझाव भी आया था
लगातार बढ़ते भार और कंपन के कारण तीन सस्पेंडर्स वायर टूट गए थे।
2021 में लोनिवि की एक्सपर्ट टीम ने पुल की सुरक्षा को देखते हुए आवाजाही बंद करने या सीमित करने की सलाह दी थी। लेकिन कोई विकल्प न होने के कारण आवाजाही जारी रही।
करीब ढाई वर्ष पहले पुल पर दोपहिया वाहनों को रोकना पड़ा था।
क्या है सस्पेंडर्स वायर का काम? क्यों जरूरी है यह मरम्मत
झूला पुलों में सबसे ज्यादा कंपन का खतरा होता है।
इसी कंपन को नियंत्रण में रखने के लिए हर दो मीटर पर सस्पेंडर्स वायर लगाई जाती है, जो पुल के डेक और मुख्य आधार वायर को जोड़ती है।
रामझूला पुल में कुल 440 सस्पेंडर्स वायर हैं।
जब किसी एक स्थान पर कंपन होता है, तो ये वायर उस कंपन को पूरे पुल में बराबर फैलाती हैं, जिससे किसी एक क्षेत्र पर अत्यधिक दबाव नहीं पड़ता।
अब इन वायरों, डेक प्लेटों और तारों की व्यापक मरम्मत की जाएगी।
काम पूरा होने के बाद दोपहिया वाहन फिर चल सकेंगे
मरम्मत के बाद पुल पूरी तरह सुरक्षित होगा और उस पर फिर से दोपहिया वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी।
अधिकारियों के अनुसार यह मरम्मत भविष्य के आवागमन को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए बेहद आवश्यक है।
अधिशासी अभियंता का बयान
लोनिवि नरेंद्रनगर के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल ने बताया—
“रामझूला पुल की सस्पेंडर्स, डेक और कुछ तारों की मरम्मत इस माह शुरू करने की तैयारी है। लगभग एक साल में यह कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। काम के दौरान पुल पर पूरी तरह आवागमन बंद रहेगा। जल्द ही कार्य की निश्चित तिथि जारी कर दी जाएगी।”
निष्कर्ष
रामझूला पुल की मरम्मत केवल सुरक्षा उपाय नहीं, बल्कि बढ़ते पर्यटक दबाव और स्थानीय आवागमन को सुरक्षित बनाने की आवश्यकता भी है। एक वर्ष तक पुल बंद रहने से असुविधा जरूर होगी, लेकिन मरम्मत पूरी होने के बाद बेहतर और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित होगा।
कुंभ से पहले यह ऐतिहासिक पुल नई मजबूती और बेहतर संरचना के साथ लोगों के लिए खोला जा सकेगा।


