गांधी पार्क में हुआ शौर्य दिवस श्रद्धांजलि समारोह, शहीदों के परिजन भी रहे मौजूद
देहरादून, 26 जुलाई 2025 – कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आज उत्तराखंड ने अपने वीर सपूतों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने राजधानी देहरादून स्थित गांधी पार्क में आयोजित शौर्य दिवस समारोह में शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
सीएम धामी ने किया शहीदों को नमन, परिजनों से की मुलाकात
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि कारगिल विजय दिवस भारत के सैन्य इतिहास की स्वर्णिम गाथा है। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड की वीर भूमि ने अनेक जांबाज सपूतों को जन्म दिया है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी है।“
समारोह में शहीदों के परिजन भी उपस्थित रहे, जिनसे मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनका सम्मान किया और उनके योगदान को देश के लिए अमूल्य बताया।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा – कारगिल युद्ध है भारतीय सेना की वीरता का प्रतीक
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने भी वीर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा, “कारगिल युद्ध केवल एक सैन्य सफलता नहीं, बल्कि यह भारतीय सेना के अद्वितीय साहस, अडिग संकल्प और रणनीतिक कौशल की मिसाल है।“
राज्यपाल ने उत्तराखंड की वीर परंपरा को नमन करते हुए कहा कि राज्य के अनेक वीर जवानों ने कारगिल युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देकर देश का गौरव बढ़ाया।
उत्तराखंड के वीर सपूतों का बलिदान अमर
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड हमेशा से देशभक्ति, शौर्य और बलिदान की परंपरा का प्रतीक रहा है। “कारगिल विजय दिवस नई पीढ़ी को देश सेवा की प्रेरणा देता है। हमारे जवानों ने कठिन परिस्थितियों में लड़ते हुए यह सिद्ध कर दिया कि भारत की सीमाएं अटूट हैं।”
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने हर चुनौती पर विजय पाई है, और कारगिल विजय ने यह साबित किया कि जब देश एकजुट होता है, तो कोई भी दुश्मन टिक नहीं सकता।
कारगिल विजय दिवस 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़कर भारतीय सेना द्वारा हासिल की गई ऐतिहासिक विजय की स्मृति में मनाया जाता है। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व, श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है।