स्थान: गौरीकुंड, रुद्रप्रयाग | समय: सुबह 5:30 बजे | तारीख: रविवार, 15 जून 2025
देहरादून | न्यूज़ डेस्क:
“बाबा केदार के दर्शन कर लौट रही थी जिंदगी… पर लौटकर पहुंची सिर्फ खबरें।”
रविवार की सुबह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर आई, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। केदारनाथ से दर्शन कर गुप्तकाशी लौट रहा आर्यन एविएशन कंपनी का हेलिकॉप्टर गौरीकुंड क्षेत्र में गहरे कोहरे और विजिबिलिटी शून्य होने की स्थिति में क्रैश हो गया। इस हादसे में सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें 23 महीने की बच्ची से लेकर हेलिकॉप्टर के पायलट तक शामिल हैं।
10 तस्वीरों में देखें वो मंजर जो रूह तक को झकझोर दें:
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जलता हुआ हेलिकॉप्टर – आग की लपटों में घिरी अंतिम यात्रा।
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धुएं और राख के बीच बचावकर्मी – हादसे के बाद की पहली झलक।
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हेलिपैड के पास पसरा सन्नाटा – श्रद्धालुओं में दहशत।
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घाटी में पसरा घना कोहरा – हादसे की मुख्य वजह बनी विजिबिलिटी।
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जले हुए टुकड़ों का मलबा – तकनीकी अव्यवस्था पर सवाल।
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बचाव में जुटी SDRF-NDRF टीमें – हर संभव कोशिशें जारी।
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रोते-बिलखते परिजन – आस्था से शुरू हुआ सफर बना अंतिम।
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हेलिकॉप्टर के अवशेष – उधड़े टुकड़ों में बसी कहानियां।
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पुलिस और प्रशासन का रेस्पॉन्स – तत्परता लेकिन कोई जीवन न बच सका।
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सीएम धामी की प्रेस कॉन्फ्रेंस – सख्त एसओपी की घोषणा।
हादसे की वजह: घना कोहरा और शून्य विजिबिलिटी
नोडल अधिकारी राहुल चौबे के अनुसार, हेलिकॉप्टर के टेक ऑफ के कुछ मिनटों बाद ही मौसम अचानक खराब हो गया और घना कोहरा छा गया। विजिबिलिटी पूरी तरह से खत्म हो चुकी थी। हेलिकॉप्टर कुछ ही दूरी पर जाकर क्रैश हुआ और उसमें तुरंत आग लग गई।
मारे गए यात्रियों की सूची:
क्रमांक | नाम | उम्र | निवास स्थान |
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1 | विक्रम सिंह रावत | 46 | रांसी, ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग (BKTC कर्मचारी) |
2 | विनोद देवी | 66 | सिविल लाइन 2, बिजनौर, उत्तर प्रदेश |
3 | तुस्ती सिंह | 19 | सिविल लाइन 2, बिजनौर, उत्तर प्रदेश |
4 | राजकुमार सुरेश जायसवाल | 41 | वाणी नंदेपेरा रोड, सैन मंदिर, महाराष्ट्र |
5 | शारदा राजकुमार जायसवाल | 35 | वाणी नंदेपेरा रोड, सैन मंदिर, महाराष्ट्र |
6 | काशी (बच्ची) | 23 माह | वाणी नंदेपेरा रोड, सैन मंदिर, महाराष्ट्र |
7 | कैप्टन राजीव | – | राजस्थान (आर्यन एविएशन पायलट) |
घटनास्थल की स्थिति:
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि हादसा गौरीकुंड से सात किलोमीटर दूर ट्रैकिंग रूट पर हुआ, जो बेहद कठिन और दुर्गम इलाका है। इस कारण राहत एवं बचाव अभियान में भी चुनौतियां आ रही हैं।
हेलिकॉप्टर सेवाएं अस्थायी रूप से बंद
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उत्तराखंड नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (UCADA) की CEO सोनिका ने जानकारी दी कि शटल सेवाएं बंद कर दी गई हैं, और हेलिकॉप्टरों को बचाव कार्य में लगाया गया है।
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DGCA और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री धामी की सख्ती:
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए हेलिकॉप्टर संचालन को लेकर सख्त एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा:
“अब हर उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी लेना और हेलिकॉप्टर की तकनीकी जांच अनिवार्य होगी। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।”
सवाल खड़े करता हादसा:
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क्या तकनीकी खामी की पहले से कोई जानकारी थी?
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खराब मौसम के बावजूद उड़ान की अनुमति कैसे मिली?
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हेलिकॉप्टर कंपनियों की जिम्मेदारी तय करने में प्रशासन कितनी सख्ती बरतेगा?
आस्था का रास्ता बना शोक का संदेश
केदारनाथ यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए यह हादसा मौत की उड़ान साबित हुआ। जिस यात्रा को यादों से भरपूर होना था, वह पल भर में राख बन गई। अब जब देश 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी कर रहा है, उत्तराखंड की वादियों में मातम पसरा है।