रायवाला/हरिद्वार, 23 जुलाई।
गंगा की तेज धार एक बार फिर जान पर भारी पड़ गई। हरियाणा के पंचकूला से दोस्तों के साथ हरिद्वार घूमने आया 22 वर्षीय वीरेंद्र सिंह, रविवार को हरिपुरकलां स्थित गीता कुटीर गंगा घाट पर नहाते समय नदी की लहरों में बह गया। SDRF की टीम ने पूरे दिन सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं मिला।
हादसे की पूरी कहानी
प्रभारी निरीक्षक बीएल भारती के अनुसार, वीरेंद्र अपने तीन दोस्तों के साथ हरिद्वार भ्रमण पर आया था। सुबह करीब 11 बजे वे रायवाला पहुंचे और गीता कुटीर घाट पर गंगा स्नान के लिए उतरे। इसी दौरान गंगा का तेज बहाव वीरेंद्र को बहा ले गया। दोस्तों ने शोर मचाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद जल पुलिस और SDRF की टीम मौके पर पहुंची और सर्च अभियान शुरू किया।
चेतावनी के बाद भी नहीं माने
गौरतलब है कि हादसे से कुछ देर पहले घाट पर गश्त कर रही चीता पुलिस ने युवकों को गंगा में उतरने से मना किया था। पुलिस ने उन्हें चेताया कि जल प्रवाह अत्यधिक तेज है और स्नान करना खतरनाक हो सकता है। लेकिन जैसे ही पुलिस आगे बढ़ी, युवक गंगा में उतर गए और कुछ ही पलों में यह दुर्घटना हो गई।
SDRF की खोज जारी, अब तक कोई सफलता नहीं
घटना की सूचना पर SDRF की टीम ने मौके पर पहुंचकर तलाशी अभियान शुरू किया। लेकिन शाम तक कोई सफलता नहीं मिली। SDRF अधिकारी के मुताबिक, गंगा का पानी इन दिनों अत्यधिक गंदला और वेगवान है, जिससे रेस्क्यू में भारी परेशानी हो रही है।
एक हफ्ते में दूसरी घटना
बता दें कि इसी गीता कुटीर घाट पर 20 जुलाई को दिल्ली निवासी 17 वर्षीय वंश चौहान भी गंगा में नहाते समय बह गया था। उसका भी अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने गंगा घाटों की सुरक्षा व्यवस्था और चेतावनी प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि वे अधिकृत और सुरक्षित घाटों पर ही स्नान करें और पुलिस की चेतावनी का गंभीरता से पालन करें। गंगा की गहराई और तेज बहाव को नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है।