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चमोली आपदा: नंदानगर में बादल फटा, तीन गांवों में तबाही, 12 लोग लापता, सैकड़ों बेघर

चमोली (उत्तराखंड), 18 सितंबर 2025

उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में बुधवार देर रात बादल फटने से भयानक तबाही मच गई। एक ही रात में तीन गांव मलबे में दब गए। घर, गौशालाएं और लोगों की ज़िंदगियां प्रकृति के कहर से उजड़ गईं।


तीन गांवों में तबाही का मंजर

बादल फटने से कुंतरी लगा फाली, कुंतरी लगा सरपाणी और धुर्मा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।

  • कुंतरी लगा फाली: 8 लोग लापता, 15 से 20 भवन और गौशालाएं क्षतिग्रस्त।

  • कुंतरी लगा सरपाणी: 2 लोग लापता, 2 भवन ध्वस्त, 100 ग्रामीण सुरक्षित निकाले गए।

  • धुर्मा गांव: मोक्ष नदी के उफान से 2 लोग लापता और करीब 10 मकान क्षतिग्रस्त।

कुल मिलाकर अब तक 12 लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है। वहीं 30 से अधिक भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।


200 से अधिक ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

आपदा के तुरंत बाद रात तीन बजे रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पुलिस, डीडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने दो महिलाओं और एक बच्चे को मलबे से जिंदा बाहर निकाला। घायलों को नंदानगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।

करीब 200 से अधिक ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।


रेस्क्यू में मुश्किलें, सड़कें बंद

एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी (गौचर 8वीं वाहिनी), डीडीआरएफ और राजस्व विभाग की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। लेकिन जगह-जगह सड़कों के टूटने और भूस्खलन के कारण टीमों को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। कई टीमें अब पैदल मार्ग से गांवों तक पहुंच रही हैं।


सरकार की निगरानी और मदद के आदेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन सचिव से विस्तृत जानकारी ली और लापता लोगों की खोज में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। राहत शिविरों में रहने, खाने, इलाज और सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जाए।”

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से सचिव विनोद कुमार सुमन और डीआईजी राजकुमार नेगी की निगरानी में रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।


मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में बारिश का पूर्वानुमान जताया है।

  • येलो अलर्ट: नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश की संभावना।

  • हल्की बारिश: देहरादून, उत्तरकाशी, चंपावत और ऊधमसिंह नगर के कुछ हिस्सों में।
    यह स्थिति 23 सितंबर तक बनी रह सकती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन और मौसम के बदले पैटर्न के चलते इस बार मानसून में ज्यादा तीव्र बारिश देखने को मिल रही है।


मालदेवता में भी बड़ा हादसा

देहरादून के मालदेवता क्षेत्र के फुलेत गांव में भी एक मकान मलबे में दब गया। आशंका है कि इसमें सहारनपुर के 6 लोग फंसे हुए हैं। एसडीआरएफ की टीम ने सात घंटे पैदल चलकर गांव तक पहुंचकर दिनभर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन देर शाम तक कोई सफलता नहीं मिल पाई।


निष्कर्ष

चमोली की यह आपदा फिर से यह सवाल खड़ा कर रही है कि पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ती बारिश और बदलते मौसम के पैटर्न से निपटने के लिए और क्या तैयारी होनी चाहिए। फिलहाल प्रशासन और सरकार की प्राथमिकता लापता लोगों की खोज, प्रभावित परिवारों की मदद और ग्रामीणों को सुरक्षित रखना है।

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