स्थान: पोखरी ब्लॉक, जिला चमोली | तारीख: 16 जुलाई 2025
सहकारी समिति में वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश, दो आरोपी सलाखों के पीछे
उत्तराखंड के चमोली जिले में पोखरी ब्लॉक की ग्रामीण बचत केंद्र मसौली समिति में करोड़ों रुपये के वित्तीय घोटाले का बड़ा खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस ने पूर्व सचिव मोहनलाल और सहकारिता आंकिक अमित सिंह नेगी को गिरफ्तार कर लिया है।
76 लाख रुपये से अधिक के गबन की पुष्टि
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वर्ष 2017 से 2023 के बीच दोनों आरोपियों ने 76,48,559 रुपये का गबन किया।
आरोपियों ने मृत खाताधारकों के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर, फर्जी हस्ताक्षरों से धन की निकासी की।
162 खातों में अनियमितता पाई गई, जिनमें कई निकासी फॉर्म पर एक ही व्यक्ति के हस्ताक्षर थे।
110 खाताधारकों ने निकासी से किया इनकार
पुलिस ने विशेष कैंप लगाकर 110 खाताधारकों के बयान दर्ज किए, जिनमें अधिकांश ने ऐसी किसी भी निकासी की जानकारी से साफ इनकार किया।
इससे साफ हुआ कि रकम बिना खाताधारकों की जानकारी के निकाली गई और गबन कर ली गई।
1.15 करोड़ से अधिक की रकम नहीं हुई बैंक में जमा
लेखा सहायक द्वारा की गई 1.15 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी बैंक में जमा नहीं की गई। वहीं पूर्व सचिव मोहनलाल ने 12.5 लाख रुपये की निकासी की, जो उनकी अधिकार क्षेत्र से बाहर थी।
अन्य अधिकारियों की भूमिका पर भी जांच जारी
अभी तक की जांच में यह भी सामने आया है कि समिति के 800 खातों पर लगभग 26 लाख रुपये की देनदारी बनी हुई है।
इस मामले में अन्य अधिकारियों की संलिप्तता की जांच भी तेज कर दी गई है।
“मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। और भी गिरफ्तारियां संभव हैं।”
— पुलिस अधिकारी, थाना पोखरी
FIR दर्ज, न्यायिक प्रक्रिया शुरू
सहायक विकास अधिकारी राजन कुमार की तहरीर पर पोखरी थाने में केस दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को गोपेश्वर से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
देहरादून न्यूज़ पोर्टल की विशेष रिपोर्ट:
- 76 लाख से अधिक की हेराफेरी का खुलासा
- मृत खाताधारकों के नाम से की गई निकासी
- भविष्य में और गिरफ्तारियों की संभावना


