देहरादून की जाम समस्या पर सख्त हुए डीएम, चार साल से लटके ट्रैफिक प्लान पर जताई नाराजगी
स्थान: देहरादून | तारीख: 31 मई 2025
देहरादून की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल ने सख्त रुख अपनाया है। चार साल से लंबित ट्रैफिक मोबिलिटी प्लान की प्रगति पर गहरी नाराजगी जताते हुए डीएम ने लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) को तत्काल डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि अब लापरवाही नहीं चलेगी।
हर शनिवार होगी समीक्षा, गूगल शीट पर देना होगा अपडेट
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि अब इस परियोजना की प्रत्येक शनिवार को समीक्षा की जाएगी। एमडीडीए और लोनिवि के अधिकारी गूगल शीट पर रीयल टाइम प्रगति रिपोर्ट अपडेट करेंगे।
उन्होंने कहा,
“चार साल पहले तैयार हुआ प्लान आज भी सिर्फ फाइलों में है, जबकि ट्रैफिक समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। अब इसे प्रशासन अपने स्तर से लागू करेगा।”
पार्किंग से लेकर ट्रैफिक लाइट तक हर पहलू को मिलेगा स्थान
प्रमुख बिंदु जो प्लान में शामिल किए जाएंगे:
- सड़क नेटवर्क का विस्तार
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूती
- फुटपाथ, साइकिल ट्रैक, जेब्रा क्रॉसिंग का विकास
- चौराहों का पुनर्विकास और ट्रैफिक लाइट प्रबंधन
- स्कूल, बाजार और भीड़भाड़ वाले इलाकों में साइन बोर्ड की व्यवस्था
स्टॉपेज जंक्शन से दूर होंगे
डीएम ने स्पष्ट किया कि शहर में सभी बस और ऑटो स्टॉपेज को चौराहों से कम से कम 50 से 100 मीटर दूर शिफ्ट किया जाएगा, ताकि ट्रैफिक को सुचारु रूप से चलाया जा सके।
ऑन-स्ट्रीट और ऑफ-स्ट्रीट पार्किंग पर फोकस
पार्किंग को लेकर भी आधुनिक समाधान की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। डीएम बंसल ने कहा कि शहर में ऑन-स्ट्रीट (सड़क किनारे) और ऑफ-स्ट्रीट (विशेष पार्किंग जोन) विकसित किए जाएंगे। इसके साथ ही ऑटोमैटेड मल्टीलेवल पार्किंग की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
हर प्रमुख चौराहा बनेगा योजना का हिस्सा
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि शहर के सभी चौराहों को प्लान में शामिल किया जाए। इसके अलावा 10 प्रमुख जंक्शनों के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करने को कहा गया है।
मुख्य सचिव से मिला बजट का भरोसा
जिलाधिकारी ने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने पर्याप्त बजट का आश्वासन दिया है। ऐसे में अब किसी भी विभाग को विलंब का बहाना नहीं मिलेगा।
इन अधिकारियों की रही मौजूदगी
बैठक में अपर जिलाधिकारी के.के. मिश्रा, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, एमडीडीए संयुक्त सचिव गौरव चटवाल, संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी और अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष:
देहरादून जैसे तेजी से बढ़ते शहर में ट्रैफिक की समस्या आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है। जिलाधिकारी द्वारा की गई यह पहल अब उम्मीद जगाती है कि शहर को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और टिकाऊ ट्रैफिक सिस्टम मिल सकेगा।