देहरादून, 19 अगस्त 2025। उत्तराखंड के विकासनगर क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। यहां 87 वर्षीय बुजुर्ग नर बहादुर ने यमुना नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि कुछ समय पूर्व उनकी पत्नी, बेटे और बहू की मौत हो गई थी, जिसके बाद वह गहरे अवसाद और तनाव में थे।
यमुना से बरामद हुआ शव
मंगलवार को कोतवाली विकासनगर पुलिस को सूचना मिली कि खादर बस्ती डाकपत्थर में यमुना नदी में एक शव बहकर आ रहा है। सूचना मिलते ही हरबर्टपुर चौकी प्रभारी विवेक भंडारी पुलिस बल और एसडीआरएफ की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। काफी प्रयासों के बाद शव को नदी से बाहर निकाला गया।
शिनाख्त में मददगार बनी सोशल मीडिया
पहले शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। ऐसे में पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार कर जानकारी साझा की। जांच के दौरान पता चला कि 18 अगस्त को हरिपुर कालसी इलाके से एक अज्ञात बुजुर्ग ने यमुना नदी में छलांग लगाई थी, जिसकी काफी तलाश की गई थी लेकिन तेज बहाव के कारण वह नहीं मिल सके थे।
पोते ने की दादा की पहचान
शव की पहचान मृतक के पोते अनिल ने अपने दादा नर बहादुर (87 वर्ष), पुत्र तुलाराम, निवासी ग्राम राजावाला बाढ़वाला के रूप में की। अनिल ने पुलिस को बताया कि उनके दादा 18 अगस्त को बिना बताए घर से निकल गए थे और तभी से उनकी तलाश की जा रही थी।
पारिवारिक त्रासदी से टूटे थे बुजुर्ग
कोतवाल विनोद सिंह गुसाईं ने बताया कि मृतक नर बहादुर की पत्नी, बेटे और बहू की पहले ही मौत हो चुकी थी। इस त्रासदी के बाद से ही वह गहरे तनाव में रहते थे। परिवार के सदस्यों का कहना है कि मानसिक दबाव और अकेलेपन के कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
पुलिस जांच जारी
शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने पंचायतनामा की कार्रवाई पूरी की। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि मानसिक तनाव और पारिवारिक दुःख किसी भी व्यक्ति को इस हद तक तोड़ सकते हैं कि वह अपनी जीवनलीला समाप्त कर ले। ऐसे हालात में परिवार और समाज को मिलकर संवेदनशीलता और सहयोग दिखाने की आवश्यकता है।