तारीख: 24 नवंबर 2025
स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
फेसबुक पर दोस्ती, अवैध निकाह तक पहुंची कहानी
देहरादून में एक चौंकाने वाला अंतरराष्ट्रीय विवाह और पहचान बदलने का मामला सामने आया है। त्यूणी क्षेत्र की रहने वाली रीना चौहान की फेसबुक पर बांग्लादेशी नागरिक ममून हसन (28) से दोस्ती हुई। यह दोस्ती धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई। ममून टूरिस्ट वीजा लेकर बार-बार भारत आया और दोनों ने देहरादून व त्यूणी में कई महीनों तक साथ समय बिताया।
अवैध तरीके से बांग्लादेश ले जाकर कराया निकाह
पुलिस जांच में सामने आया है कि प्रेम संबंध गहराने के बाद ममून ने रीना को गैरकानूनी तरीके से बांग्लादेश ले जाकर निकाह कर लिया। शादी करवाने के लिए रीना की पहचान भी बदल दी गई।
बांग्लादेश में बने उसके दस्तावेजों में उसका नाम फरजाना अख्तर दर्ज पाया गया है।
भारत में हिंदू रीना, बांग्लादेश में मुस्लिम फरजाना
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि भारत में रहते हुए रीना मंगलसूत्र पहनकर हिंदू पहचान के साथ रहती थी, जबकि बांग्लादेश में उसे बुर्का पहनकर मुस्लिम महिला फरजाना अख्तर के रूप में पेश किया गया।
पुलिस के मुताबिक, बांग्लादेश में बने जन्म प्रमाणपत्र और निवासी प्रमाण पत्र में रीना बुर्के में दिखाई दे रही है।
पहचान छिपाकर रह रहे थे देहरादून में
20 नवंबर को देहरादून पुलिस ने एक संदिग्ध जोड़े को पकड़ा था, जो अलग-अलग पहचान का उपयोग करते हुए रह रहा था। पूछताछ में युवक का बांग्लादेशी नागरिक होना सामने आया। उसी दौरान बांग्लादेशी एजेंसियों से प्राप्त दस्तावेजों में रीना का बदला हुआ नाम सामने आया, जिसने पुलिस को चौंका दिया।
पूर्व पति के नाम पर बनवाए दस्तावेज
जांच में सामने आया कि रीना ने ममून की भारत में पहचान छिपाने और उसे किसी कानूनी परेशानी से बचाने के लिए अपने पूर्व पति सचिन के नाम पर ममून के दस्तावेज बनवाए।
इस काम में कुछ परिजनों की भी भूमिका सामने आई है।
बांग्लादेश में नई पहचान बनाकर हुआ निकाह
रीना जब बांग्लादेश गई, तब ममून ने उसके लिए नए दस्तावेज फरजाना अख्तर नाम से तैयार कराए, ताकि वहाँ निकाह कराया जा सके। पुलिस का कहना है कि इस मामले में पहचान बदलने, सीमाएं पार करने और दस्तावेजों की फर्जी तैयारी जैसे कई गंभीर पहलू सामने आ रहे हैं।
पुलिस व इंटेलिजेंस एंटी-नेशनल एंगल से भी जांच में जुटी
देहरादून SSP अजय सिंह ने बताया कि यह मामला केवल प्रेम संबंध या पहचान बदलने तक सीमित नहीं है।
पुलिस और इंटेलिजेंस टीमें यह भी जांच रही हैं कि कहीं इसमें एंटी-नेशनल गतिविधियों या मानव तस्करी जैसे तत्व तो शामिल नहीं हैं।
निष्कर्ष
देहरादून में सामने आया यह मामला सिर्फ अंतरराष्ट्रीय प्रेम प्रसंग नहीं, बल्कि पहचान छिपाने, फर्जी दस्तावेज, अवैध निकाह और सीमा उल्लंघन का जटिल मामला बन गया है।
पुलिस को बांग्लादेशी एजेंसियों से मिले दस्तावेजों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
जांच में और तथ्य सामने आने की पूरी संभावना है, जिनसे इस कहानी के कई और परतें खुलने की उम्मीद है।


