तारीख: 22 अक्टूबर 2025
स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
दीपावली की रात हादसों की दास्तान
प्रकाश पर्व दीपावली की खुशियां इस बार देहरादून में कुछ जगहों पर आग की घटनाओं से दहल गईं। आतिशबाजी के कारण शहर में कुल 12 जगह आग लगने की सूचना मिली। हालांकि, फायर ब्रिगेड की तेज कार्रवाई और सतर्कता से सभी घटनाओं पर तुरंत नियंत्रण पा लिया गया, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई।
फायर ब्रिगेड रही पूरी रात मुस्तैद
दीपावली की रात फायर ब्रिगेड की टीमें पूरी रात सड़कों पर दौड़ती रहीं। जैसे ही किसी इलाके से आग लगने की सूचना मिली, टीमों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाल ली।
फायर विभाग के अनुसार, इस बार आग की घटनाओं में पिछले सालों के मुकाबले कमी आई है। इसका श्रेय विभाग द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियानों और लोगों की सतर्कता को दिया जा रहा है।
शाम से आधी रात तक घटनाओं की श्रृंखला
दीपावली की शाम 7:32 बजे धर्मावाला क्षेत्र में आतिशबाजी से निकली चिंगारी एक दुकान की छत पर गिरी, जिससे वहां रखे सामान में आग लग गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कुछ ही मिनटों में आग पर काबू पा लिया।
इसके बाद रात 8:25 बजे निरंजनपुर सब्जी मंडी में छत पर रखे प्लास्टिक के कैरेट में आग लग गई। छत पर बड़ी मात्रा में कैरेट होने के कारण आग तेजी से फैलने लगी, लेकिन दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद लपटों को बुझा दिया।
दो कारें भी बनीं आग की भेंट
दीपावली की रात शहर के दो अलग-अलग क्षेत्रों में खड़ी कारों में आग लगने की घटनाएं भी सामने आईं। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि आसपास फोड़े गए पटाखों की चिंगारी से आग भड़की थी।
हालांकि, आसपास मौजूद लोगों और दमकलकर्मियों की तत्परता से आग को फैलने से पहले ही बुझा लिया गया।
जागरूकता से घटा जोखिम
फायर ब्रिगेड अधिकारियों का कहना है कि इस वर्ष जनजागरूकता अभियान का बड़ा असर देखने को मिला। दीपावली से पहले पूरे शहर में फायर सेफ्टी ड्राइव, स्कूलों में सुरक्षा कार्यशालाएं और सोशल मीडिया के माध्यम से अपीलें जारी की गई थीं।
इसी का परिणाम रहा कि लोग सावधानीपूर्वक आतिशबाजी करते नजर आए, जिससे आग की घटनाओं की संख्या सीमित रही।
विभाग की अपील — सुरक्षा सर्वोपरि
फायर विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि
“त्योहारों के दौरान आतिशबाजी करते समय पानी और अग्निशामक साधन पास रखें, और खुले क्षेत्रों में ही पटाखे जलाएं। ज़रा-सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।”
निष्कर्ष
देहरादून में दीपावली की रात भले ही 12 जगह आग की घटनाओं से प्रभावित रही हो, लेकिन फायर ब्रिगेड की तत्परता और लोगों की सजगता के कारण किसी बड़ी त्रासदी को टाल लिया गया।
इस बार की दीपावली ने यह साबित किया कि जागरूकता और जिम्मेदारी से त्योहार की रोशनी को सुरक्षित बनाया जा सकता है — क्योंकि खुशियां तभी पूरी होती हैं जब सुरक्षा साथ हो।


