देहरादून, 2 सितंबर 2025
उत्तराखंड एसटीएफ (Special Task Force) ने नकली दवाइयों के बड़े कारोबार का पर्दाफाश करते हुए चार और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन देहरादून निवासी कंपनी मालिक और एक मेरठ का रहने वाला प्लांट हेड शामिल है। आरोपित फर्जी रैपर और नकली पैकेजिंग का इस्तेमाल कर ब्रांडेड दवाइयों की नकल बनाकर बाजार में बेच रहे थे।
कैसे चला नकली दवाइयों का कारोबार
एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि बाजार में बिक रही नकली दवाइयों की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। जांच में सामने आया कि गिरोह बिना ड्रग लाइसेंस के बड़े पैमाने पर नकली दवाइयां बना और बेच रहा था। ये दवाइयां जीवन रक्षक औषधियों की तरह इस्तेमाल हो रही थीं, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा था और सरकार को भारी राजस्व नुकसान भी हो रहा था।
पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां
इस गिरोह के मास्टरमाइंड समेत 10 लोग पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। 1 जून को एसटीएफ ने संतोष कुमार नामक आरोपी को भारी मात्रा में नकली रैपर, आउटर बॉक्स, लेबल और क्यूआर कोड सहित गिरफ्तार किया था। मामले की गंभीरता देखते हुए विवेचना एसटीएफ को सौंपी गई थी।
कंपनियों की मिलीभगत से हुआ बड़ा खेल
जांच अधिकारी निरीक्षक यशपाल बिष्ट ने खुलासा किया कि किरोन लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड, बीएलबीके फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड, आक्सी फार्मा प्राइवेट लिमिटेड और जेन्टिक फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों ने नियमों को ताक पर रखकर बिना ड्रग लाइसेंस करीब 18 लाख टैबलेट्स फर्जी फर्म बीचम बायोटेक (नवीन बंसल उर्फ अक्षय की कंपनी) को बेचीं।
इन दवाओं के बिल में एमआरपी “00” अंकित था, मानो ये सरकारी अस्पतालों में सप्लाई के लिए हों, लेकिन इनके पास किसी भी तरह का सरकारी सप्लाई एग्रीमेंट नहीं था। इन दवाओं को राजस्थान के भिवाड़ी में बिना स्ट्रिप पैक प्राप्त कर नकली ब्रांडेड पैकिंग में बाजार में बेचा गया।
गिरफ्तार हुए आरोपी
एसटीएफ ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है, वे हैं:
-
प्रदीप गौड़, मालिक, आक्सी फार्मा प्रा.लि., निवासी केवी थापा मार्ग, सेलाकुई
-
शैलेंद्र सिंह, मालिक, बीएलबीके फार्मास्यूटिकल प्रा.लि., निवासी उत्तमनगर, टीपी नगर मेरठ (यूपी)
-
शिशिर सिंह, प्लांट हेड, जेन्टिक फार्मास्यूटिकल प्रा.लि., निवासी प्रेमनगर, देहरादून
-
तेजेंद्र कौर, मालिक, किरोन लाइफ साइंस प्रा.लि., निवासी इंदिरापुरम, जीएमएस रोड, देहरादून
ड्रग विभाग की मदद से जांच जारी
एसएसपी भुल्लर ने बताया कि दवाइयों के संबंध में ड्रग विभाग से समन्वय किया जा रहा है। आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है। अधिकारियों का कहना है कि यह नेटवर्क बड़े स्तर पर फैला हो सकता है और जांच में और नाम सामने आ सकते हैं।