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देहरादून: बेरोजगार नर्सिंग अभ्यर्थियों का सचिवालय कूच, कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत पहुंचे समर्थन में

भर्ती वर्षवार जारी करने व आयु सीमा में छूट की मांग पर आंदोलन तेज


 तारीख: 11 दिसंबर 2025
 स्थान: देहरादून, सचिवालय—हाथीबड़कला क्षेत्र


सैकड़ों नर्सिंग बेरोजगारों का राजधानी में जोरदार प्रदर्शन

देहरादुन में नर्सिंग एकता मंच के नेतृत्व में सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास कूच करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने वर्षवार भर्ती निकालने और आयु सीमा में छूट समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।


हरक सिंह रावत पहुंचे समर्थन में, बोले—एकता और संघर्ष से ही मिलता है समाधान

प्रदर्शनकारी युवाओं का हौसला बढ़ाने के लिए कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत भी मौके पर पहुंचे।
रावत ने कहा—
“आप अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उस दिन भी आपको गिरफ्तार किया गया था। लोकतंत्र में जब-जब एकता के साथ आंदोलन होता है, उसका परिणाम सकारात्मक ही आता है।”

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री आवास घेराव से पूर्व उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से बातचीत भी की, लेकिन मंत्री ने कहा कि वे इस समय पश्चिम बंगाल में हैं।


नर्सिंग एकता मंच: कई दिनों से जारी धरना, पूरी सूची व उम्र में छूट की मांग

नर्सिंग एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष नवल पुंडीर ने कहा कि संगठन बीते कई दिनों से भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता, वर्षवार रिक्तियां जारी करने और आयु सीमा में छूट देने की मांग पर लगातार धरना दे रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार की चुप्पी से युवाओं में नाराजगी बढ़ती जा रही है।


कूच के दौरान पुलिस से झड़प, वीडियो हुआ वायरल

कूच के दौरान हाथीबड़कला क्षेत्र में बेरोजगारों और पुलिस के बीच लगभग दो घंटे तक तीखी झड़प हुई।
इस दौरान एक महिला पुलिसकर्मी पर कूच में शामिल एक महिला से मारपीट करने का आरोप भी लगा है।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।


महिला कांग्रेस ने भी जताया विरोध, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

इस विवादित घटना के बाद प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने सरकार पर बेरोजगारों की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी की।


निष्कर्ष

नर्सिंग अभ्यर्थियों का यह आंदोलन उत्तराखंड की भर्ती प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है। वर्षवार भर्ती, आयु सीमा में छूट और पारदर्शी प्रक्रियाओं की मांग को लेकर युवाओं का संघर्ष लगातार तेज हो रहा है।
कांग्रेस नेताओं के समर्थन और लगातार बढ़ते तनाव के बीच अब सबकी नजरें सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि बेरोजगार नर्सिंग छात्रों की मांगें कब और कैसे पूरी होंगी।

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