तारीख: 14 अक्टूबर 2025 | स्थान: देहरादून, उत्तराखंड
बदलते मौसम ने बढ़ाई सेहत की चिंता
देहरादून में इन दिनों मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। सुबह-शाम की ठंड और दिन में हल्की गर्मी के कारण लोगों की सेहत पर असर पड़ने लगा है। जिला चिकित्सालय में वायरल इंफेक्शन, गले में दर्द, छींक आना, नाक बहना और बंद होने जैसी शिकायतों वाले मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।
अस्पतालों में बढ़े वायरल संक्रमण के मामले
जिला चिकित्सालय के फिजीशियन डॉ. प्रवीण पंवार के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या में करीब 10 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव वायरस के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाता है, जिससे संक्रामक रोग और एलर्जी उत्पन्न करने वाले तत्व तेजी से फैलते हैं।
डॉ. पंवार का कहना है कि “धूप में तापमान बढ़ता है और शाम को अचानक गिर जाता है, जो शरीर की इम्यूनिटी पर असर डालता है। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि पाचन, त्वचा और श्वास संबंधी बीमारियां तेजी से पनपती हैं।”
डायटीशियन ने दी खानपान को लेकर चेतावनी
डायटीशियन दीपशिखा गर्ग ने बताया कि मौसम के इस परिवर्तनशील दौर में खानपान पर नियंत्रण रखना सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि “सुपाच्य और ताजा भोजन का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। वहीं, तला-भुना और बासी खाना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।”
उन्होंने लोगों को सलाह दी कि बाहर का खाना खाने से परहेज करें और हाइजीन का विशेष ध्यान रखें।
चिकित्सकों की सलाह
- इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को सांस संबंधी संक्रमण से बचाना जरूरी है।
- कम इम्यूनिटी वाले, श्वास व शुगर के मरीज गुनगुना पानी पिएं और सर्दी-जुकाम के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।
- बच्चों को ठंडे पानी से न नहलाएं और खुले में सुलाने से बचें।
- एसी से निकलकर सीधे तेज धूप में जाने से परहेज करें।
- गंदगी और प्रदूषण वाले इलाकों से गुजरने से बचें।
डायटीशियन की सुझाव सूची
- सुपाच्य, ताजा और गर्म भोजन का सेवन करें।
- दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ लें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
- तला-भुना और अधिक वसा युक्त भोजन से बचें।
- इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए दूध में हल्दी, आंवला, संतरा जैसे फलों का सेवन करें।
- शीतल पेय और दही का अधिक सेवन न करें, यह खांसी-जुकाम बढ़ा सकता है।
- बासी या कटे हुए फलों को लंबे समय तक न रखें — इससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
निष्कर्ष:
देहरादून में बदलते मौसम ने सेहत पर असर डालना शुरू कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर लोग सतर्क रहें, खानपान पर ध्यान दें और आवश्यक सावधानियां बरतें, तो इस संक्रमण भरे मौसम में भी स्वस्थ रह सकते हैं। मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच स्वच्छता, उचित आहार और समय पर चिकित्सीय परामर्श ही स्वस्थ जीवन का मंत्र है।