स्थान: पुरुकुल, देहरादून | तिथि: 23 जून 2025
राजधानी देहरादून के एक रेस्टोरेंट में उस समय हड़कंप मच गया, जब रविवार शाम आबकारी विभाग की मसूरी टीम ने वहां छापा मारा। ‘लहासा तिब्बत किचन भोजनालय’ नामक इस रेस्टोरेंट में ग्राहक न केवल भोजन का लुत्फ ले रहे थे, बल्कि बिना लाइसेंस अवैध रूप से शराब का आनंद भी उठा रहे थे।
जैसे ही टीम रेस्टोरेंट के भीतर दाखिल हुई, वहां का नज़ारा देख अधिकारी हैरान रह गए। चारों तरफ टेबलों पर खुली बोतलें, बीयर के खाली डिब्बे और ग्राहकों के हाथों में शराब के गिलास—रेस्टोरेंट एक मिनी बार जैसा दिख रहा था।
रेस्टोरेंट बना अवैध शराब का अड्डा
आबकारी विभाग को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि पुरुकुल इलाके में कुछ रेस्टोरेंट्स शराब परोसने का गैरकानूनी काम कर रहे हैं।
- लहासा तिब्बत किचन में दबिश के दौरान बरामद हुईं महंगी शराब की बोतलें:
- Ballantine’s
- Jameson
- Oak’n Whisky
- Ranthambore
- बरामद बीयर ब्रांड्स:
- Boo Beer
- Carlsberg Elephant
- Kingfisher Ultra Max
- Rio Gold
रेस्टोरेंट संचालक पर केस दर्ज
इस मामले में रेस्टोरेंट संचालक सचिन सिंह, निवासी सरनोल, के खिलाफ उत्तराखंड आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
टीम इस बात की जांच कर रही है कि:
- यह धंधा कब से चल रहा था
- और किन अन्य लोगों की इसमें संलिप्तता है
टीम में शामिल रहे अधिकारी
छापेमारी के दौरान आबकारी विभाग की मसूरी यूनिट में शामिल रहे:
- निरीक्षक वीरेंद्र कुमार जोशी
- उप निरीक्षक शोभन सिंह रावत
- नौशाद अली
- भीम प्रसाद
“सूचित करें, साथ दें” – आबकारी विभाग की जनता से अपील
आबकारी विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी स्थान पर इस प्रकार की अवैध शराब बिक्री या परोसने की जानकारी हो, तो वे तुरंत विभाग को सूचित करें। इससे अवैध धंधा करने वालों पर सख्त कार्रवाई संभव हो सकेगी।
राज्यभर में आबकारी विभाग की कार्रवाई तेज
केवल देहरादून ही नहीं, रविवार को आबकारी विभाग ने प्रदेशभर में एक साथ कार्रवाई की।
- हरिद्वार, चंपावत, बागेश्वर, ऊधमसिंहनगर में चेकपोस्टों पर सघन जांच की गई
- ऋषिकेश के गुमानीवाला क्षेत्र से 48 पाउच देसी शराब बरामद की गई
- स्थानीय निवासी भजन सिंह को गिरफ़्तार किया गया
टीम में शामिल रहे:
- आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट
- उप निरीक्षक उमराव सिंह व अन्य अधिकारी
निष्कर्ष: “किचन के पीछे बार की कहानी”
देहरादून जैसे संवेदनशील और पर्यटन-प्रधान शहर में, रेस्टोरेंट की आड़ में शराब परोसने की घटना न सिर्फ कानूनी उल्लंघन है, बल्कि यह जनसुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही पर भी सवाल उठाती है।
रेस्टोरेंट चलाने वालों को चाहिए कि लाइसेंस की शर्तों का पालन करें, वरना उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।