दिनांक: 12 दिसंबर 2025
स्थान: देहरादून, परम विहार – पटेलनगर क्षेत्र
परम विहार में संरक्षित पशु के अवशेष मिलने से तनाव, सड़क पर उतरे कार्यकर्ता
बुधवार देर रात देहरादून के परम विहार क्षेत्र में कथित रूप से संरक्षित पशु के अवशेष मिलने की सूचना पर माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर कटान का आरोप लगाया और जोरदार प्रदर्शन किया। स्थिति बिगड़ती देख उन्होंने सड़क पर लेटकर जाम लगा दिया, जिससे आवागमन तरह-तरह से प्रभावित हुआ।
जमकर हंगामे के बाद पुलिस की कार्रवाई—अवशेष के नमूने भेजे जांच को
हंगामे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अवशेषों को कब्जे में लिया और उनके नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
देर रात प्रदर्शन के बाद सुबह शुरू हुआ अभियान—मीट दुकानों पर ताबड़तोड़ जांच
हंगामे के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को शहर के कई हिस्सों में मीट दुकानों पर संयुक्त जांच अभियान चलाया।
इस दौरान पटेलनगर और अन्य इलाकों में 12 दुकानों की जांच की गई।
फाइव दुकानों पर चली कार्रवाई—साफ-सफाई व लाइसेंस में मिली गड़बड़ी
जांच के दौरान कई मीट कारोबारियों से लाइसेंस मांगा गया, लेकिन कुछ दुकानदार वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए।
वहीं, कई दुकानों पर
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सफाई व्यवस्था खराब
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अतिक्रमण
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नियमों का पालन न होना
जैसी अनियमितताएँ पाई गईं।
सीओ अंकित कंडारी ने बताया कि 12 दुकानों की जांच में 5 दुकानों पर उल्लंघन मिलने पर चालान किए गए और रिपोर्ट नगर निगम को भेजी जा रही है।
हंगामे के बाद रात में ही पुलिस ने दिया था कार्रवाई का भरोसा
बुधवार रात तक चले विवाद और जाम के बीच पुलिस प्रशासन ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया था कि
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अवशेषों की वैज्ञानिक जांच कराई जाएगी
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सभी मीट दुकानों पर अभियान चलाया जाएगा
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दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी
इसके बाद ही प्रदर्शनकारी शांत हुए थे।
निष्कर्ष
देहरादून में संरक्षित पशु के अवशेष मिलने की घटना ने शहर का माहौल गर्म कर दिया। मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच अभियान से तनाव कम हुआ है। अब सबकी नजरें फॉरेंसिक रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट होगा कि अवशेष किस पशु के थे और क्या किसी अवैध कटान की पुष्टि होती है।
पुलिस का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करने वाली मीट दुकानों पर आगे भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।


