देहरादून, 1 सितंबर 2025
सोमवार को देहरादून की राजपुर रोड सियासी टकराव का अखाड़ा बन गई। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस मुख्यालय की ओर कूच किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की, पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भीषण झड़प हो गई।
भाजपा का कांग्रेस मुख्यालय की ओर कूच
भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में लैंसडौन चौक स्थित कार्यालय से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता कांग्रेस भवन की ओर रवाना हुए। दोपहर करीब तीन बजे शुरू हुए इस कूच में राहुल गांधी से सार्वजनिक माफी की मांग की गई और कांग्रेस विरोधी नारे लगाए गए।
एस्ले हाल चौक पर पुलिस से भिड़ंत
कांग्रेस भवन पहुंचने से पहले ही पुलिस ने एस्ले हाल चौक पर बैरिकेडिंग कर भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया। लेकिन गुस्साए कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की करते हुए बैरिकेडिंग पर चढ़ना शुरू कर दिया। भाजपा नेता राहुल पंवार सबसे आगे रहे और कई बार पुलिस से भिड़े। राजपुर रोड विधायक खजानदास, कैंट विधायक सविता कपूर और अन्य नेताओं ने भी बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की।
कांग्रेस कार्यकर्ता भी उतरे मैदान में
करीब 4:15 बजे कांग्रेस भवन से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। देखते ही देखते दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और जमकर नोकझोंक हुई। महिला कार्यकर्ताओं की भागीदारी से माहौल और तनावपूर्ण हो गया। हल्की बारिश के बीच झड़प के हिंसक होने की आशंका बनी रही।
पुलिस और प्रशासन की मशक्कत
सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह और भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। पुलिसकर्मी बार-बार दोनों दलों को अलग करने की कोशिश करते रहे। बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिशों और नारेबाजी के कारण राजपुर रोड पर भारी जाम लग गया, जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने लाठीचार्ज की चेतावनी देकर कार्यकर्ताओं को पीछे धकेला और अंततः स्थिति पर काबू पाया।
राजनीतिक बयानबाजी का दौर
भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी पर देश की मातृशक्ति का अपमान करने का आरोप लगाया। महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा, “यह केवल पीएम मोदी की माता का नहीं, बल्कि पूरे देश की मातृशक्ति का अपमान है। राहुल गांधी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।”
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने आरोप लगाया कि भाजपा ने सोची-समझी साजिश के तहत यह प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस मुख्यालय में हिंसा फैलाने की कोशिश भाजपा और असामाजिक तत्वों ने मिलकर की। अगर कोई अप्रिय घटना होती, तो इसकी जिम्मेदारी भाजपा और पुलिस प्रशासन की होती।”
करीब डेढ़ घंटे तक रहा तनाव
लगातार धक्का-मुक्की, नारेबाजी और तनाव के बाद आखिरकार दोनों दलों के कार्यकर्ता अपने-अपने कार्यालय लौट गए। हालांकि, बयानबाजी का दौर देर रात तक जारी रहा और दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए।