तारीख: 22 नवंबर 2025
स्थान: वनवासी जनजातीय गुरुकुल, झाझरा (देहरादून)
देहरादून में आयोजित नंदा राजजात सम्मेलन के दौरान विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने समाज में व्याप्त छुआछूत और भेदभाव पर गहरी चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि आज भी समाज को छुआछूत और ऊंच-नीच की मानसिकता के खिलाफ संघर्ष करने की आवश्यकता है, क्योंकि ईश्वर ने सभी मनुष्यों को समान बनाया है।
“ऊंच-नीच समाज ने बनाई, भगवान ने नहीं”— आलोक कुमार
नंदा राजजात सम्मेलन को संबोधित करते हुए आलोक कुमार ने कहा—
“भगवान ने किसी को ऊंचा या नीचा नहीं बनाया। समाज ने ही यह खाई बनाई है और समाज को ही इसे पाटना होगा। तत्वज्ञान में किसी का भेद नहीं होता, सभी मनुष्य समान हैं।”
उन्होंने कहा कि समरस समाज भारत की मूल पहचान है और इसे बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास जरूरी हैं।
हिंदू जागरण अभियान को मिलेगी गति
आलोक कुमार ने कहा कि प्रदेश में हिंदू जागरण अभियान को अब और मजबूत किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर पांच प्रमुख संकल्प तय किए गए हैं, जिनमें समरसता एक प्रमुख बिंदु है।
राम मंदिर आंदोलन में तरुण विजय के योगदान की सराहना
सम्मेलन के दौरान आलोक कुमार ने पूर्व राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार तरुण विजय के योगदान को विशेष रूप से याद किया।
उन्होंने कहा—
“तरुण विजय ने राम मंदिर की लड़ाई कलम से लड़ी। पंचजन्य के संपादक के रूप में उन्होंने आंदोलन की आवाज पूरे समाज तक पहुंचाई।”
कार्यक्रम के संयोजक तरुण विजय भी इस मौके पर मौजूद रहे।
नंदा जागर से गुंजा गुरुकुल परिसर
कार्यक्रम का सांस्कृतिक माहौल चरम पर पहुंच गया जब पद्मश्री बसंती बिष्ट ने परंपरागत नंदा जागर का गायन किया।
उनके स्वर ने गुरुकुल परिसर में भक्ति और लोकधारा की अद्भुत अनुभूति कराई।
सम्मान और उपस्थित गणमान्य
समारोह में विवेकानंद हेल्थ मिशन के डॉ. अनुज सिंघल को मां नंदा देवी सेवा सम्मान प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में अनेक महत्वपूर्ण हस्तियां उपस्थित रहीं, जिनमें शामिल हैं—
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अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी
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टपकेश्वर महादेव मंदिर के महंत कृष्ण गिरि
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बालाजी धाम के महंत सियाराम दास
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साध्वी रेणुका
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समाजसेवी राकेश ओबेराय
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विहिप उत्तराखंड के संगठन मंत्री अजय
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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया
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सम्मेलन संयोजक एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य तरुण विजय
निष्कर्ष
नंदा राजजात सम्मेलन में विहिप अध्यक्ष आलोक कुमार का संबोधन समाज में समानता, समरसता और सामाजिक एकता पर बड़ा संदेश लेकर आया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि देश प्रगति की राह पर तभी आगे बढ़ेगा जब समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव समाप्त होगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सम्मान समारोह ने आयोजन को और भी अर्थपूर्ण बना दिया, जो सामाजिक एकता और लोक परंपरा को आगे बढ़ाने का माध्यम बना।


