स्थान: देहरादून | दिनांक: 18 अक्टूबर 2025
धनतेरस से शुरू हुआ पांच दिवसीय दीपोत्सव
देहरादून सहित पूरे उत्तराखंड में शनिवार को धनतेरस के अवसर पर पांच दिवसीय दीपावली उत्सव की शुरुआत धूमधाम से हुई। इस शुभ पर्व पर भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की पूजा-अर्चना की गई। घर-घर में भगवान धन्वंतरि की उपासना करते हुए समृद्धि और आरोग्य की कामना की गई।
देहरादून के बाजारों में धनवर्षा जैसी रौनक
सुबह से ही दून के बाजारों में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। शुभ मुहूर्त में लोग बर्तन, सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन तक की खरीदारी करने पहुंचे। मुख्य बाजारों जैसे पंडितवाड़ी, राजपुर रोड, दर्शनलाल चौक, और पटेलनगर में दिनभर रौनक बनी रही। व्यापारी भी इस मौके पर ग्राहकों को लुभाने के लिए विशेष छूट और ऑफर लेकर आए।
ब्रह्म योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का शुभ संयोग
धनतेरस इस बार विशेष योग के साथ मनाया गया। ज्योतिषाचार्य डॉ. सुशांत राज के अनुसार, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी। इस दौरान ब्रह्म योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का शुभ संयोग बना, जिससे पर्व का महत्व और बढ़ गया।
पंचांग के मुताबिक, 18 अक्टूबर की सुबह ब्रह्म योग प्रारंभ होकर रात 1:48 बजे तक रहा, जबकि उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र शनिवार दोपहर 3:41 बजे के बाद शुरू हुआ। यह संयोग धनतेरस पूजा और खरीदारी के लिए अत्यंत शुभ माना गया।
व्यापारियों ने सजे बाजारों में किया स्वागत
शहर के बाजारों में रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजी दुकानों ने त्योहार का उल्लास बढ़ा दिया। कई व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा के बाद ग्राहकों को प्रसाद और मिठाइयाँ वितरित कीं। लोगों ने नए बर्तन, झाड़ू, सिक्के और आभूषण खरीदकर पारंपरिक शुभारंभ किया।
दीपावली उत्सव की तैयारियाँ तेज़
धनतेरस के बाद अब दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाईदूज के पर्वों की तैयारियाँ पूरे जोरों पर हैं। बाजारों में मिठाइयों, सजावट के सामान और दीपों की मांग बढ़ गई है। लोगों के घरों में दीप सजाने और लक्ष्मी-गणेश पूजन की तैयारी शुरू हो चुकी है।
निष्कर्ष:
धनतेरस ने उत्तराखंड में उत्सव की शुरुआत को उल्लासपूर्ण बना दिया है। श्रद्धा, आस्था और खरीदारी की चमक से बाजार और घर दोनों रोशन हो उठे हैं। आने वाले दिनों में दीपावली की जगमगाहट राज्यभर में समृद्धि और खुशहाली का संदेश फैलाएगी।
“धनतेरस की शुभकामनाएँ — हर घर में दीप जले, हर मन में उजाला हो।”