देहरादून/उत्तरकाशी, 25 अक्टूबर 2025
पूर्व सैनिकों की मानवता की मिसाल, दी दीपावली पर राहत की सौगात
उत्तराखंड में हाल ही में आई विनाशकारी आपदाओं के बीच गौरव सेनानी एसोसिएशन ने मानवीय सेवा की एक मिसाल पेश की है। एसोसिएशन से जुड़े पूर्व सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के पूर्व कर्मियों ने अपनी पेंशन की राशि में से एक हिस्सा आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए समर्पित किया।
धराली गाँव पहुँचा एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल, बाँटे राहत चैक
दीपावली के अवसर पर गौरव सेनानी एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल उत्तरकाशी जिले के धराली गाँव पहुँचा। यहाँ आपदा पीड़ित परिवारों को सहायता राशि के चैक वितरित किए गए। ग्रामीणों ने इस नेक पहल की सराहना करते हुए कहा कि एसोसिएशन ने इस कठिन समय में “दीपावली का सच्चा तोहफ़ा” दिया है।
धराली के लोगों ने बताया कि गाँव के हालात आज भी बेहद खराब हैं। कई परिवार अब भी अपने प्रियजनों की तलाश में हैं और मलबे से बाहर जीवन को पुनः खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शासन-प्रशासन से उन्हें अब तक पर्याप्त मदद नहीं मिली है और पुनर्वास की प्रक्रिया धीमी है।
पहले पौड़ी और चमोली में भी पहुँचाई थी मदद
इससे पहले भी एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल पौड़ी जिले के सैजी गाँव और चमोली जिले के थराली क्षेत्र में पहुँच चुका है, जहाँ आपदा पीड़ित परिवारों को राहत राशि के चैक प्रदान किए गए। यह प्रयास निरंतर जारी है और एसोसिएशन अब चमोली के नंदानगर क्षेत्र में हुई हालिया आपदा के पीड़ितों की सहायता की तैयारी कर रहा है।
पूर्व सैनिकों का समाज सेवा की दिशा में योगदान
गौरव सेनानी एसोसिएशन के सैकड़ों पूर्व सैनिकों और अर्धसैनिकों ने मिलकर अब तक पूरे उत्तराखंड के लगभग 60 से अधिक आपदा प्रभावित परिवारों को राहत पहुँचाई है। उन्होंने लाखों रुपये की राशि एकत्रित कर जरूरतमंदों तक पहुँचाई है।
एसोसिएशन के इस कार्य को उत्तराखंड सब एरिया मुख्यालय ने भी सराहा है और उनके सेवा भाव की खुलकर प्रशंसा की है।
सक्रिय भूमिका में एसोसिएशन के पदाधिकारी
आपदा राहत कार्यों में एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सिंह राणा, उपाध्यक्ष मनवर सिंह रौथाण, सचिव गिरीश जोशी, तथा सदस्य खुशाल परिहार, हरीश सकलानी, मोहन सिंह, विनोद सिंह नेगी, प्रेम सिंह, सुनील गुसाईं, देवेंद्र कंडवाल और अनिल सिंह विशेष रूप से सक्रिय रहे।
निष्कर्ष — सेवा ही सच्ची देशभक्ति का प्रतीक
गौरव सेनानी एसोसिएशन के इन पूर्व सैनिकों ने यह साबित कर दिया कि देशभक्ति सिर्फ सीमा पर नहीं, बल्कि समाज की सेवा में भी झलकती है। आपदा के इस कठिन समय में उनके द्वारा किया गया सहयोग हजारों परिवारों के लिए नई उम्मीद की किरण लेकर आया है।






