उत्तरकाशी आपदा | 6 अगस्त 2025
उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में हाल ही में आई भीषण आपदा के बाद प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। गंभीर रूप से घायलों के इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश और दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित राज्य के प्रमुख अस्पतालों में बेड आरक्षित कर दिए गए हैं, वहीं सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
आपदा के बाद तत्काल एक्शन मोड में आया स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए एक उच्च स्तरीय चिकित्सा टीम को तुरंत धराली क्षेत्र के लिए रवाना किया गया है। इस टीम में शामिल हैं:
- सर्जन
- निश्चेतक (एनेस्थेटिस्ट)
- फिजिशियन
- ऑर्थोपेडिक सर्जन
इन सभी विशेषज्ञों की ड्यूटी मौके पर घायलों के प्राथमिक और त्वरित उपचार के लिए लगाई गई है।
राज्यभर के अस्पतालों को मिले सख्त निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट आदेश जारी किए हैं कि:
- गंभीर रूप से घायल मरीजों के लिए बेड आरक्षित रहें।
- सभी प्रकार की छुट्टियां स्थगित की जाएं।
- दवाओं, सर्जिकल सामान और जरूरी उपकरणों की कोई कमी न रहे।
108 एंबुलेंस सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है और उत्तरकाशी में 24 घंटे सक्रिय आपात नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की गई है।
नोडल अधिकारी की नियुक्ति और फील्ड पर निगरानी
स्वास्थ्य निदेशक (गढ़वाल) को इस संपूर्ण आपदा राहत स्वास्थ्य व्यवस्था का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वे प्रत्यक्ष तौर पर राहत कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और जिला प्रशासन के साथ समन्वय में हैं।
स्वास्थ्य मंत्री का बयान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने धराली आपदा को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा,
“राज्य सरकार पीड़ितों की हरसंभव सहायता के लिए संकल्पबद्ध है। उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून, दून मेडिकल कॉलेज और एम्स ऋषिकेश में इलाज की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।”
आपदा से जुड़ी हेल्पलाइन और सुविधा
- 108 एंबुलेंस सेवा: हाई अलर्ट पर
- उत्तरकाशी आपदा कंट्रोल रूम: 24×7 संचालन में
- एम्स ऋषिकेश, दून मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पतालों में बेड आरक्षित