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नारी निकेतन में महिला आयोग का औचक निरीक्षण, शीतकालीन सुविधाओं, सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का लिया विस्तृत जायज़ा

अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल बोलीं— “संवासिनियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए”

दिनांक : 05 दिसम्बर 2025
स्थान : देहरादून, उत्तराखंड

देहरादून। शुक्रवार शाम करीब 7 बजे, उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने केदापुरम स्थित राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास केन्द्र ‘नारी निकेतन’ का अचानक निरीक्षण किया।

इस औचक दौरे का उद्देश्य था— संवासिनियों की शीतकालीन तैयारियों, भोजन की गुणवत्ता, सुरक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाओं और समग्र रख-रखाव का विस्तृत मूल्यांकन करना।


रसोईघर से शुरू किया निरीक्षण— भोजन की गुणवत्ता का परीक्षण

निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष कण्डवाल सबसे पहले किचन पहुंचीं। यहाँ उन्होंने—

  • भोजन की स्वच्छता,

  • सामग्री की गुणवत्ता,

  • भोजन की मात्रा,

  • और रसोई की समग्र साफ-सफाई

का गंभीरता से निरीक्षण किया।

उन्होंने निर्देश दिए कि भोजन तैयारी और परोसने में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।


कमरों में पहुंचकर हीटर, रजाई और गद्दों की स्थिति देखी

ठंड बढ़ने के कारण अध्यक्ष ने संवासिनियों के कमरों में जाकर

  • रजाई,

  • गद्दे,

  • हीटर/ब्लोअर,

  • और अन्य शीतकालीन सुविधाओं

की स्थिति का सावधानीपूर्वक जायज़ा लिया।

उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए—
“सभी संवासिनियों को गरम और सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए। सुविधाओं की उपलब्धता में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।”


संवासिनी की संदिग्ध मृत्यु पर विस्तृत जानकारी माँगी

हाल ही में नारी निकेतन में एक संवासिनी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले पर भी कण्डवाल ने जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट से विस्तृत जानकारी ली।

जांच में यह जानकारी सामने आई—

  • मृत संवासिनी ने दिन और रात दोनों समय भोजन किया था

  • वह शौचालय भी गई थी

  • बाद में जब उसे जगाया गया तो वह अचेत अवस्था में पाई गई

  • तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया

प्रकरण में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट होगा।


सुरक्षा व्यवस्था, प्रकाश, स्वच्छता और शौचालयों का भी निरीक्षण

अध्यक्ष ने निकेतन परिसर में—

  • सुरक्षा व्यवस्था

  • रात्रिकालीन प्रकाश

  • स्वास्थ्य निगरानी

  • स्वच्छता

  • शौचालयों की स्थिति

का विस्तृत निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि ठंड के मौसम में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि संवासिनियों के अधिकारों, सुरक्षा और सुविधाओं से समझौता नहीं होना चाहिए।


निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारी

  • जिला प्रोबेशन अधिकारी: मीना बिष्ट

  • अधीक्षिका: सोनल राणा

  • स्टाफ सदस्य: पूजा


निष्कर्ष

महिला आयोग का यह औचक निरीक्षण नारी निकेतन में बेहतर सुविधाएँ सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। ठंड बढ़ने के साथ सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं की मजबूती जरूरी है, और अध्यक्ष कण्डवाल के निर्देश संवासिनियों को राहत देने में अहम भूमिका निभाएंगे।

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