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बदरीनाथ में साकार होगा विष्णु पुराण, भगवान विष्णु से जुड़ी कथाओं के म्यूरल बनेंगे

देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत पुनर्निर्माण और विकास कार्यों को कैबिनेट की मंजूरी दे दी है। केदारपुरी की तर्ज पर बदरीशपुरी में भगवान विष्णु से जुड़ी कथाओं पर आधारित म्यूरल बनाए जाएंगे और श्रद्धालुओं के लिए सुदर्शन चक्र की विशाल प्रतिकृति स्थापित की जाएगी।

बदरीनाथ धाम को एक स्पिरिचुअल हिल टाउन के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से अराइवल प्लाजा, शेषनेत्र झील और सुदर्शन चौक में विशेष कलाकृतियों का निर्माण होगा। इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव और भी समृद्ध मिलेगा।

पुनर्निर्माण कार्यों का मास्टर प्लान और कैबिनेट की स्वीकृति

बदरीनाथ में चल रहे मास्टर प्लान के तहत कुल 277 करोड़ रुपये की लागत से 15 विकास कार्य प्रगति पर हैं। इनमें से बीआरओ रोड, अराइवल प्लाजा और टूरिस्ट मैनेजमेंट सेंटर के निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जबकि अन्य कार्य जारी हैं।

कैबिनेट ने विष्णु पुराण को चार प्रमुख स्थानों पर चित्रित करने के पर्यटन विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। ये परियोजनाएं मुख्य रूप से केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को एक पर्यटन व धार्मिक स्थल के रूप में और अधिक आकर्षक बनाने की दिशा में हैं।

म्यूरल और कलाकृतियों का निर्माण

  • अराइवल प्लाजा में भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र की विशाल प्रतिकृति स्थापित की जाएगी।
  • शेषनेत्र झील में शेषनेत्र कमल दीवार का निर्माण होगा, जहां भगवान विष्णु से जुड़ी कथाओं को म्यूरल के रूप में उकेरा जाएगा।
  • सुदर्शन चौक में भगवान विष्णु से संबंधित कलाकृतियों और कथाओं को चित्रित किया जाएगा।
  • बद्रीनारायण चौक में पेड़ और नदी से जुड़ी विशिष्ट कलाकृतियों का निर्माण भी प्रस्तावित है।

प्रधानमंत्री मोदी का मार्गदर्शन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले भी बदरीनाथ धाम को लेकर कहा था कि बदरीशपुरी में हमेशा उत्सव का माहौल बना रहना चाहिए। इसी दिशा में कार्य करते हुए, कैबिनेट ने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सौंदर्य को बढ़ाने के लिए इन कलात्मक कार्यों को स्वीकृति दी है।

सरकार ने इन विकास कार्यों के लिए विभिन्न कंपनियों के कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) फंड से धन जुटाने की योजना बनाई है, साथ ही जरूरत पड़ने पर केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से भी फंड की व्यवस्था की जाएगी।


बदरीनाथ धाम के इन नए रूपांतरणों से न केवल तीर्थयात्रियों को आध्यात्मिक संतोष मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र पर्यटन के लिहाज से भी और समृद्ध होगा।

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