देहरादून बस अड्डे पर अफरातफरी, मसूरी जाने वाली बसें जाम में फंसीं, निगम ने दिए अतिरिक्त बसें चलाने के निर्देश
देहरादून | 9 जून 2025 — मैदानी इलाकों की तपती गर्मी से राहत पाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक मसूरी का रुख कर रहे हैं, लेकिन पर्यटकों की इस अचानक बढ़ी भीड़ ने परिवहन व्यवस्था की कमर तोड़ दी है। देहरादून के पर्वतीय बस अड्डे पर यात्रियों को मसूरी जाने के लिए दो से तीन घंटे तक लाइन में खड़ा रहना पड़ा, जबकि कई बसें शहर से निकलने से पहले ही जाम में फंस गईं।
बसें कम, भीड़ ज्यादा — पर्यटन सीजन में ट्रैफिक और इंतजार दोनों चरम पर
परिवहन निगम के मुताबिक, पर्वतीय डिपो से रोजाना 30 बसें मसूरी के लिए चलाई जा रही हैं, जिनमें से 25 बसें सीधे देहरादून-मसूरी रूट पर और शेष अन्य पहाड़ी स्थलों तक जाती हैं। लेकिन रविवार को हालात इतने बिगड़ गए कि हर बस पर सैलानियों की भीड़ टूट पड़ी। टिकट काउंटर पर भी लम्बी कतारें देखने को मिलीं।
बसें पहुंचने में देरी, जाम से बिगड़ी टाइमिंग
मसूरी से लौट रही बसों को भी तीन से चार घंटे देहरादून पहुंचने में लग रहे हैं। इस कारण आवागमन की गति बुरी तरह प्रभावित हुई है। निगम अधिकारियों का कहना है कि जाम और बसों की सीमित संख्या के कारण समस्या गहराई है।
ऑफ-रोड बसों को दुरुस्त करने के आदेश
मंडल प्रबंधक सुरेश चौहान ने पर्वतीय डिपो के AGM को निर्देश दिए हैं कि मसूरी मार्ग के लिए तुरंत अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाए। वहीं, कार्यशालाओं में खड़ी आफ-रोड बसों को भी तत्काल ठीक कर रूट पर उतारने का आदेश दिया गया है।
चारधाम यात्रा भी बनी चुनौती
इस वक्त चारधाम यात्रा के चलते परिवहन निगम की कई बसें पहले से ही धार्मिक यात्राओं में जुटी हैं। ऐसे में निगम को नई या अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने में मदद मिल नहीं पा रही है। इसका सीधा असर मसूरी रूट पर देखने को मिल रहा है।
दिल्ली-NCR, हरियाणा और पंजाब से आ रहे हैं सबसे ज्यादा सैलानी
गर्मी बढ़ने के साथ ही दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर और पंजाब-हरियाणा से पर्यटक बड़ी संख्या में मसूरी पहुंच रहे हैं। रविवार को ही हजारों पर्यटक दून पहुंचे, लेकिन पर्याप्त बसें न होने के कारण वे स्टेशन और बस स्टैंड पर फंसे रहे।
क्या कर रही है सरकार और निगम?
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बसों के फेरे बढ़ाए गए
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ऑफ-रोड बसों की मरम्मत के निर्देश
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अतिरिक्त संसाधनों की तलाश जारी
पर्यटन विभाग और परिवहन निगम मिलकर स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल यात्रियों को सहने की ही जरूरत है — धूप भी, भीड़ भी और इंतजार भी।
निष्कर्ष: पर्यटन बढ़ा, लेकिन तैयारी अधूरी
मसूरी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर हर साल गर्मियों में पर्यटकों का जमावड़ा होता है, लेकिन पूर्व तैयारी और वैकल्पिक ट्रैवल प्लानिंग की कमी आज भी दिख रही है। यदि समय रहते रूट प्लानिंग, डिजिटल टिकटिंग, और ट्रैफिक मैनेजमेंट पर ध्यान न दिया गया, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
सुझाव: यदि आप मसूरी की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो अपनी ट्रिप की पहले से बुकिंग करें, और बस या टैक्सी की उपलब्धता की जानकारी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से चेक करें।