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महासू देवता के द्वार पहुंचीं स्टार गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर, हनोल में पूजा-अर्चना, विश्व कप हीरोइन के स्वागत से क्षेत्र में उमंग

दिनांक: 10 नवंबर 2025, सोमवार
स्थान: हनोल, देहरादून जिला / विकासनगर


देहरादून जिले का शांत, देवभाव से ओतप्रोत हनोल सोमवार को एक खास मेहमान के स्वागत में चमक उठा। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाज और विश्व कप विजेता खिलाड़ी रेणुका सिंह ठाकुर यहां महासू देवता के प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए पहुंचीं। सादगी और सम्मान से भरे इस पल ने स्थानीय ग्रामीणों और युवाओं के मन में गर्व की एक नई लौ जला दी।


परिवार संग पहुंचीं रेणुका, पारंपरिक स्वागत ने बढ़ाई गरिमा

हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की रोहडू तहसील स्थित पारसा गांव की निवासी रेणुका ठाकुर सपरिवार हनोल पहुंचीं।
स्थानीय लोगों ने धाम की परंपरा के अनुसार उनका स्वागत किया और मंदिर प्रबंधन समिति ने उन्हें हनोल मंदिर की फोटो और प्रसाद भेंटकर सम्मानित किया।
विश्व चैंपियन को अपने बीच देख ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई। युवाओं ने क्रिकेटर के साथ फोटो और सेल्फी लेकर पलों को यादगार बना लिया।


विश्व कप की नायिका, जिसने गेंदों से बुना दबाव

रेणुका सिंह ने महिला विश्व कप में अपने अनुशासित और सटीक गेंदबाजी से भारत की जीत में अहम योगदान दिया।
फाइनल मुकाबले में भले ही उन्हें कोई विकेट न मिला, लेकिन उनके आठ ओवरों में मात्र 28 रन देने से दक्षिण अफ्रीका पर बनता दबाव मैच का निर्णायक मोड़ साबित हुआ।
उनकी यह सधी हुई गेंदबाजी पूरे टूर्नामेंट में भारतीय जीत की रीढ़ बनी रही।


2009 में क्रिकेट की राह पर पहला कदम

रेणुका का क्रिकेट सफर एक लंबी साधना की तरह रहा है।
वर्ष 2009 में उन्होंने हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की आवासीय अकादमी में प्रवेश लिया, जहां उनकी प्रतिभा ने आकार लिया।
2019-20 की सीनियर महिला वनडे लीग में 23 विकेट लेकर उन्होंने घरेलू क्रिकेट में धूम मचाई।
7 अक्टूबर 2021 को उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।
2022 में ICC ने उन्हें उभरती महिला क्रिकेटर का पुरस्कार देकर उनकी प्रतिभा को वैश्विक मान्यता दी।


महासू मंदिर में आशीर्वाद, स्थानीय लोगों में नई प्रेरणा

हनोल मंदिर परिसर में रेणुका की मौजूदगी किसी पर्व की आभा जैसी लग रही थी।
क्रिकेटर ने पूजा-अर्चना कर देवता का आशीर्वाद लिया और कहा कि यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा उन्हें आगे के मुकाबलों के लिए नई शक्ति देती है।
युवाओं के लिए रेणुका आत्मविश्वास और मेहनत की जीवित मिसाल बनकर लौटी हैं।


निष्कर्ष

हनोल में रेणुका सिंह ठाकुर का आगमन केवल एक सम्मान समारोह नहीं था।
यह उस भाव का उत्सव था जहां खेल और संस्कृति एक-दूसरे से हाथ मिलाते हैं।
विश्व कप विजेता का स्थानीय मंदिर में पहुंचना न सिर्फ उनके आध्यात्मिक जुड़ाव को दर्शाता है, बल्कि पहाड़ की बेटियों के उन्नति पथ को भी उजागर करता है।

आने वाले दिनों में रेणुका का यह मंदिर दर्शन युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा कि मेहनत और आस्था, दोनों ही अपनी-अपनी तरह से लक्ष्य के द्वार खोलती हैं।

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