देहरादून/रायवाला। 08 दिसम्बर 2025
उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने सोमवार को रायवाला थाने का औचक निरीक्षण कर महिला सुरक्षा से जुड़े मामलों की गहन समीक्षा की। निरीक्षण का उद्देश्य महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निस्तारण, पुलिस कार्यप्रणाली और संवेदनशीलता के स्तर का प्रत्यक्ष आकलन करना रहा।
महिला मामलों की प्रगति पर विस्तृत चर्चा
निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने थाना प्रभारी राजेन्द्र खोलिया से महिलाओं से जुड़े लंबित व प्रचलित मामलों की प्रगति पर विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने सभी प्रकरणों में समयबद्ध और निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
महिला हेल्प डेस्क का जायजा, रिकॉर्ड संतोषजनक
आयोग अध्यक्ष ने थाने में स्थापित महिला हेल्प डेस्क का निरीक्षण करते हुए केस डायरी, रजिस्टर और शिकायत निस्तारण प्रक्रिया की जांच की। रिकॉर्ड की स्थिति को उन्होंने संतोषजनक बताया और हेल्प डेस्क के कार्यों की सराहना की।
संवेदनशीलता और सम्मान सर्वोपरि
कुसुम कण्डवाल ने सख्त लहजे में कहा कि महिलाओं से जुड़ी प्रत्येक शिकायत को गंभीरता और प्राथमिकता से लिया जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि थाने में आने वाली हर महिला के साथ पुलिसकर्मियों का व्यवहार सौहार्दपूर्ण, सम्मानजनक और संवेदनशील होना अनिवार्य है।
महिला सुरक्षा हमारा दायित्व
आयोग अध्यक्ष ने कहा, “महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को यह जिम्मेदारी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभानी होगी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निष्कर्ष
महिला आयोग का यह निरीक्षण न केवल निगरानी का माध्यम रहा, बल्कि पुलिस तंत्र को महिलाओं के प्रति संवेदनशील और जवाबदेह बनाने का स्पष्ट संदेश भी देता है। आयोग ने उम्मीद जताई कि निर्देशों का कड़ाई से पालन होगा और महिला सुरक्षा के मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।




