देहरादून, 26 सितंबर 2025
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान दोस्ती कितनी भारी पड़ सकती है, इसका ताजा उदाहरण देहरादून में सामने आया है। यहां एक व्यक्ति महिला की ऑनलाइन दोस्ती और निवेश के लालच में 1.10 करोड़ रुपये गंवा बैठा। मामला साइबर क्राइम पुलिस तक पहुंचा, जहां एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
ऑनलाइन दोस्ती से शुरू हुआ खेल
शिकायतकर्ता ने बताया कि 7 जुलाई 2025 को उनकी पहचान टेलीग्राम और व्हाट्सएप के जरिए एक महिला से हुई। महिला ने खुद को फर्नीचर और निवेश कारोबार से जुड़ा बताया। शुरुआत में विश्वास जीतने के लिए उसने करीब 20 हजार रुपये का लाभ दिलवाया, जिससे पीड़ित का भरोसा जम गया।
निवेश के नाम पर लगाई मोटी रकम
धीरे-धीरे महिला ने पीड़ित को एक कथित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ‘पीयू प्राइम’ पर निवेश करने के लिए राजी कर लिया। शुरुआत में छोटा लाभ दिखाने के बाद उसने बड़ी राशि निवेश करवाई। देखते ही देखते पीड़ित ने कुल 1.10 करोड़ रुपये जमा कर दिए।
टैक्स के नाम पर खुला ठगी का राज
जब पीड़ित ने अपनी रकम निकालनी चाही तो महिला और उसके साथियों ने टैक्स जमा करने का बहाना बनाकर और पैसे मांगे। इसी दौरान पीड़ित को अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका है।
साइबर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
डीएसपी अंकुश मिश्रा ने बताया कि जुलाई से अगस्त 2025 के बीच यह धोखाधड़ी हुई। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
पुलिस ने दी चेतावनी
डीएसपी मिश्रा ने कहा कि साइबर अपराधियों का यह नया तरीका है। लोग ऑनलाइन निवेश या दोस्ती के झांसे में न आएं। किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें और न ही सोशल मीडिया पर मिले व्यक्ति के कहने पर वित्तीय लेन-देन करें।
निष्कर्ष
देहरादून की इस ठगी ने एक बार फिर साबित किया है कि डिजिटल युग में सतर्क रहना बेहद जरूरी है। थोड़ी-सी लापरवाही लोगों को लाखों-करोड़ों रुपये गंवाने पर मजबूर कर सकती है। पुलिस ने अपील की है कि जागरूक रहकर ही साइबर अपराधों से बचा जा सकता है।