स्थान: हरिद्वार / देहरादून | तारीख: 22 अक्टूबर 2025
रोमांच प्रेमियों के लिए खुशखबरी
विश्व प्रसिद्ध राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में 15 नवंबर से जंगल सफारी सीजन की शुरुआत होने जा रही है। प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए यह एक रोमांचक अवसर होगा, जहां वे बाघ, हाथी, तेंदुआ, भालू और सैकड़ों अन्य वन्य जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकेंगे।
पंजीकरण प्रक्रिया शुरू, अंतिम तिथि 30 अक्टूबर
पार्क प्रशासन ने सफारी वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पर्यटन व्यवसायी या सफारी वाहन स्वामी 25 अक्तूबर तक आवेदनपत्र राजाजी टाइगर रिजर्व की वेबसाइट rajajitigerreserve.uk.in या प्रधान कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 अक्तूबर निर्धारित की गई है।
सफारी सीजन रहेगा 15 जून तक
राजाजी टाइगर रिजर्व में हर वर्ष की तरह इस बार भी सफारी सीजन 15 नवंबर से 15 जून तक चलेगा। इस अवधि में देश-विदेश से हजारों सैलानी यहां पहुंचते हैं।
जंगल सफारी से पार्क प्रशासन को प्रतिवर्ष एक करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त होता है, जो पार्क की देखरेख और विकास कार्यों में उपयोग किया जाता है।
सफारी की तैयारी जोरों पर
वर्तमान में पार्क क्षेत्र में गेट और सड़कों की मरम्मत का कार्य चल रहा है। प्रशासन के अनुसार, 31 अक्तूबर तक सभी सफारी ट्रैक और रेंजों में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा, गाइड व्यवस्था, पार्किंग और टिकटिंग सिस्टम की सुविधाएं भी सुदृढ़ की जा रही हैं।
चार प्रमुख रेंजों में होगी जंगल सफारी
राजाजी टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी चार प्रमुख रेंजों में संचालित होती है –
-
चिल्लावाली रेंज – 30 किमी
-
हरिद्वार रानीपुर रेंज – 24 किमी
-
मोतीचूर रेंज – 22 किमी
-
चीला रेंज – 36 किमी
इन रेंजों में पर्यटकों को हाथी, बाघ, तेंदुआ, हिमालयी काला भालू, सांभर, हिरण, जंगली बिल्ली और लकड़बग्घा जैसे दुर्लभ वन्यजीवों को करीब से देखने का अवसर मिलता है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
सफारी संचालन से 200 से अधिक स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलता है। पार्क में वर्तमान में 160 से अधिक सफारी वाहन पंजीकृत हैं, जो पर्यटकों को जंगल की सैर कराते हैं।
पार्क प्रशासन का बयान
राजाजी टाइगर रिजर्व के सहायक वन संरक्षक (ACF) अजय लिंगवाल ने बताया,
“सफारी के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पार्क में सभी तैयारियां निर्धारित समय पर पूरी कर ली जाएंगी ताकि 15 नवंबर से पर्यटकों को बेहतरीन अनुभव मिल सके।”
निष्कर्ष
राजाजी टाइगर रिजर्व न केवल वन्यजीवों का स्वर्ग है बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन का गौरव भी है। 15 नवंबर से खुलने जा रही जंगल सफारी प्रकृति प्रेमियों के लिए नई ऊर्जा और उत्साह लेकर आएगी।
यदि आप भी जंगल की रहस्यमयी दुनिया को करीब से देखना चाहते हैं, तो अपना सफारी पंजीकरण समय रहते करा लें।


