स्थान : पटेल नगर, देहरादून
दिनांक : 03 दिसम्बर 2025
रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की कंप्यूटर-आधारित परीक्षा में नकल के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। पटेल नगर स्थित आईकैट सॉल्यूशन परीक्षा केंद्र में पकड़े गए एक अभ्यर्थी से मिली जानकारी ने नकल माफिया की गहरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने आरोपी अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे बरामद नकल पर्ची को सबूत के तौर पर जब्त कर लिया गया है।
कैसे पकड़ा गया अभ्यर्थी
दो दिसंबर को हुई रेलवे की ऑनलाइन परीक्षा की दूसरी पाली के दौरान वेन्यू कमांडिंग अधिकारी यशवीर (निवासी श्रीकोट, पुरोला, उत्तरकाशी) को एक अभ्यर्थी की गतिविधियां संदिग्ध लगीं।
अभ्यर्थी विवेक (22 वर्ष) पुत्र साधुराम निवासी अचीना, चरखी दादरी, हरियाणा की तलाशी लेने पर उसके पास से एक नकल पर्ची बरामद हुई। पर्ची में परीक्षा के संभावित उत्तर लिखे हुए थे।
इसके बाद उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
चार लाख रुपये की डील का खुलासा
पूछताछ के दौरान विवेक ने बड़ा खुलासा किया।
उसने बताया कि—
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परीक्षा में पास कराने के लिए हरियाणा में एक व्यक्ति “शर्मा” से उसकी 4 लाख रुपये में डील तय हुई थी।
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परीक्षा से पहले परीक्षा केंद्र के पास तीन लोगों से मिलने का निर्देश दिया गया था।
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इन लोगों ने उसके मोबाइल पर एक निजी मैसेजिंग एप डाउनलोड कराया।
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इसी एप के जरिए प्रश्नों के उत्तर भेजे गए, जिन्हें वह पर्ची पर लिखकर जैकेट की आस्तीन में छिपाकर अंदर ले गया था।
लेकिन सख्त चेकिंग के दौरान उसकी पूरी साजिश पकड़ी गई।
संगठित नकल गिरोह होने के संकेत
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि—
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नकल के लिए प्राइवेट मैसेजिंग एप का उपयोग किया जा रहा था।
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यह पूरा मामला किसी संगठित गैंग का हिस्सा प्रतीत हो रहा है।
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गैंग के अन्य सदस्यों के नाम और भूमिका की पुष्टि के लिए पुलिस गहन जांच कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी
पुलिस ने नकल पर्ची, मोबाइल और मैसेजिंग एप से जुड़ी सभी तकनीकी जानकारियों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
अभियुक्त द्वारा बताए गए सभी संपर्कों और लिंक की गहनता से पड़ताल की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला बड़े नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, इसलिए जांच को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाया जा रहा है।
निष्कर्ष
रेलवे भर्ती परीक्षा में नकल का यह ताज़ा मामला दर्शाता है कि नकल माफिया तकनीक का उपयोग कर परीक्षा व्यवस्था को लगातार चुनौती दे रहे हैं। सख्त चेकिंग और सतर्क अधिकारियों की भूमिका ने एक बड़े फर्जीवाड़े को समय रहते रोक दिया।
फिलहाल गिरफ्तारी के बाद पुलिस परीक्षा माफिया के पूरे नेटवर्क की तह तक जाने में जुटी है।


