देहरादून | उत्तराखंड
दिनांक : 13 दिसंबर 2025
राजधानी देहरादून में गुरुवार देर रात एक हृदय विदारक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। प्रेमनगर क्षेत्र के हवा महल के समीप स्थित पार्क में एक बुजुर्ग व्यक्ति ने खुद को आग के हवाले कर लिया, जिससे मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई और बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए।
विंग नंबर-6 के पार्क में मिला जला हुआ शव
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के विंग नंबर-6 में स्थित पार्क में यह घटना सामने आई। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, जहां एक व्यक्ति का शव पूरी तरह जली हुई अवस्था में मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मृतक की पहचान, पहले भी कर चुका था आत्महत्या का प्रयास
पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान मनोहर गुलाटी (65 वर्ष) निवासी विंग प्रेमनगर के रूप में हुई है। बताया गया कि बुजुर्ग ने इससे पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया था, हालांकि उस समय उनकी जान बच गई थी। इस घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस, फील्ड यूनिट बुलाई गई
प्रेमनगर थाना प्रभारी कुंदन राम ने बताया कि कंट्रोल रूम के माध्यम से आत्मदाह की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम के साथ वह घटनास्थल पर पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए फील्ड यूनिट को मौके पर बुलाया गया और वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराई गई, ताकि साक्ष्य सुरक्षित किए जा सकें।
मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे बुजुर्ग
स्थानीय लोगों और पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि मनोहर गुलाटी पिछले काफी समय से मानसिक रूप से अस्वस्थ चल रहे थे। वह अक्सर खुद को नुकसान पहुंचाने की बातें किया करते थे। वर्तमान में वे किसी काम में संलग्न नहीं थे। उनके परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं।
कपड़ों में डाला ज्वलनशील पदार्थ, रात में दी घटना को अंजाम
पुलिस जांच में सामने आया है कि बुजुर्ग ने अपने कपड़ों के अंदर प्लास्टिक और ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग लगाई। घटना देर रात की होने के कारण किसी राहगीर की नजर तुरंत नहीं पड़ी। बाद में किसी व्यक्ति द्वारा कंट्रोल रूम को सूचना दी गई, लेकिन तब तक बुजुर्ग की मौत हो चुकी थी।
सुसाइड नोट नहीं मिला, जांच जारी
थानाध्यक्ष के अनुसार घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया जा चुका है और पुलिस आत्महत्या के कारणों की गहन जांच कर रही है।
निष्कर्ष
देहरादून में हुई यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली है, बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की गंभीर आवश्यकता को भी उजागर करती है। पुलिस जांच के बाद ही आत्महत्या के पीछे के वास्तविक कारण सामने आ सकेंगे, लेकिन यह घटना एक बार फिर यह सोचने को मजबूर करती है कि मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों तक समय रहते सहायता पहुंचाना कितना जरूरी है।


