रुद्रप्रयाग/गौरीकुंड | 15 जून 2025
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम जा रहा आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर सुबह 5:17 बजे गौरीकुंड-सोनप्रयाग के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर में सात लोग सवार थे, जिनमें से पांच की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हादसे की मुख्य वजह खराब मौसम बताई जा रही है।
हादसे के वक्त घना कोहरा, पायलट ने की थी आपात लैंडिंग की कोशिश
जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर ने सुबह गुप्तकाशी से उड़ान भरी थी। रास्ते में मौसम बिगड़ने के चलते पायलट ने वैकल्पिक स्थान पर आपात लैंडिंग की कोशिश की, लेकिन कोहरे और दृष्टि बाधा के कारण चॉपर पहाड़ी जंगल में जाकर क्रैश हो गया।
सवार यात्रियों की सूची इस प्रकार है:
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कैप्टन राजबीर सिंह चौहान (जयपुर) – पायलट
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विक्रम रावत – बीकेटीसी, रासी ऊखीमठ
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विनोद देवी (66 वर्ष) – उत्तर प्रदेश
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तृष्टि सिंह (19 वर्ष) – उत्तर प्रदेश
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राजकुमार सुरेश जायसवाल (41 वर्ष) – गुजरात
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श्रद्धा राजकुमार जायसवाल – महाराष्ट्र
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काशी (2 वर्षीय बालिका) – महाराष्ट्र
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। हादसे के स्थल तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है क्योंकि यह घने जंगलों और दुर्गम इलाकों में हुआ।
सीएम धामी ने जताया शोक, दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “बाबा केदार से सभी यात्रियों की कुशलता की प्रार्थना करता हूं। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।”
साथ ही, उन्होंने राज्य में हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर सख्त एसओपी (Standard Operating Procedure) तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
हेलीकॉप्टर सुरक्षा पर बनेगी तकनीकी समिति
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि हेलीकॉप्टर सेवाओं की तकनीकी और सुरक्षा समीक्षा के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित की जाए। यह समिति सभी पहलुओं की जांच कर एक मजबूत एसओपी तैयार करेगी, जिसमें उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी और हेलीकॉप्टर की तकनीकी जांच को अनिवार्य बनाया जाएगा।
पूर्ववर्ती दुर्घटनाओं की भी होगी जांच
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति को इस हादसे की भी गहराई से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। समिति दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।
पृष्ठभूमि:
उत्तराखंड के चारधाम यात्रा मार्गों पर हेलीकॉप्टर सेवाएं तीर्थयात्रियों और आपात स्थितियों में बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती हैं, लेकिन बार-बार हो रहे हादसे अब चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। सरकार का फोकस अब हेलीकॉप्टर सेवाओं की पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है।