BREAKING

11 माह में मिलेगा जाम से निजात: भंडारीबाग-रेसकोर्स आरओबी से आधा होगा ट्रैफिक दबाव

 

12 साल से इंतजार कर रहे दूनवासी, अगस्त 2026 तक पूरा होगा काम – ठेकेदार को चेतावनी, नोडल अधिकारी नियुक्त

देहरादून, 26 सितंबर 2025

राजधानी दून के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक सहारनपुर रोड पर जाम की समस्या अगले 11 माह में आधी रह जाएगी। भंडारीबाग-चंदरनगर-रेसकोर्स रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने शुक्रवार को साइट का औचक निरीक्षण कर ठेकेदार को अगस्त 2026 तक हर हाल में काम पूरा करने के निर्देश दिए।


12 साल से लटका सपना

भंडारीबाग आरओबी का विचार वर्ष 2013 में रखा गया था, लेकिन 2021 में शिलान्यास हुआ। इसके बाद भी लेटलतीफी जारी रही। अब तक मार्च 2023 और मार्च 2024 की दो डेडलाइन गुजर चुकी हैं। भंडारीबाग छोर का हिस्सा लगभग तैयार है, लेकिन रेसकोर्स की तरफ सिर्फ पिलर खड़े हो पाए हैं।


ठेकेदार को फटकार, नोडल अधिकारी तैनात

निरीक्षण के दौरान डीएम ने निर्माण कार्य में ढिलाई पर कार्यदायी संस्था को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की प्राथमिकता की परियोजना है और इसमें देरी बर्दाश्त नहीं होगी। निगरानी के लिए एसडीएम सदर और लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। दोनों रेलवे से तालमेल कर गार्डर ब्रिज प्लेसमेंट और अन्य तकनीकी कार्यों की देखरेख करेंगे।


ईपीआइएल को बाहर का रास्ता

इस परियोजना का शुरुआती जिम्मा इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड (EPIIL) को मिला था। लेकिन रेलवे और अन्य एजेंसियों से समन्वय की कमी के कारण काम में देरी होती रही। जनवरी 2025 में EPIIL को बाहर कर दिया गया और मार्च में नई कंपनी लीशा कंस्ट्रक्शन को जिम्मेदारी सौंपी गई।


चरणवार लक्ष्य तय

नई कंपनी को तय समयसीमा में कार्य पूरा करने के लिए चरणवार लक्ष्य दिए गए हैं –

  • 3 माह में 25% प्रगति
  • 6 माह में 50%
  • 9 माह में 75%
  • 12 माह में 100% कार्य पूरा

हर चरण की समीक्षा अलग-अलग होगी।


आरओबी की खासियतें

  • कुल लंबाई: 578 मीटर
  • कुल लागत: 43 करोड़ रुपये (33.62 करोड़ + 10 करोड़ यूटिलिटी शिफ्टिंग)
  • अब तक खर्च: 17 करोड़ रुपये
  • शेष राशि: 16 करोड़ रुपये
  • बढ़ी हुई लागत: 12.5 करोड़ रुपये
  • प्रगति: लगभग 60%

रेलवे लाइन के ऊपर 76 मीटर लंबा स्ट्रिंग ब्रिज बनेगा। दोनों ओर फुटपाथ और सीढ़ियां बनाई जाएंगी। रेसकोर्स छोर पर 7 मीटर चौड़ा अंडरपास भी बनेगा, जिससे स्थानीय लोगों को उल्टी दिशा में चलने की परेशानी से निजात मिलेगी।


शहरवासियों को बड़ा लाभ

परियोजना पूरी होने के बाद सहारनपुर चौक से आढ़त बाजार, रेलवे स्टेशन और प्रिंस चौक तक लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। हरिद्वार बाईपास, कारगी रोड और आसपास के लोग सीधे रेसकोर्स होकर प्रिंस चौक और हरिद्वार रोड तक पहुंच सकेंगे।


निष्कर्ष

भंडारीबाग-रेसकोर्स आरओबी का निर्माण दूनवासियों के लिए लंबे इंतजार के बाद राहत लेकर आएगा। यदि तय समयसीमा में काम पूरा होता है, तो अगस्त 2026 तक राजधानी की यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। अब देखना होगा कि नई कंपनी समय पर प्रोजेक्ट पूरा कर पाती है या नहीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *