हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर एक पंक्चर टायर वाला ट्रक कई किलोमीटर तक दौड़ता रहा। श्यामपुर से ऋषिकेश तक झुका हुआ ट्रक राहगीरों के लिए खतरा बना रहा। पुलिस और परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण सड़क सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। गनीमत रही कि ट्रक को युवकों ने रोका अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
ऋषिकेश। हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर सोमवार को बड़ा सड़क हादसा होते-होते बच गया। टायर पंक्चर होने के बाद बावजूद ट्रक श्यामपुर से होता हुआ ऋषिकेश की ओर कई किलोमीटर की दूरी तक दौड़ता रहा। इस दौरान ट्रक एक तरफ झुकता रहा।ट्रक के समीप से गुजर रहे वाहन व राहगीरों की जानों के लिए ट्रक किसी भी पल काल बन सकता था, मगर पुलिस व परिवहन विभाग की नजरें बेकाबू ट्रक पर नहीं पड़ सकी। ऐसे में सड़क एवं नागरिक सुरक्षा की उदासीनता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
घटना सुबह करीब 10.30 बजे की है, जब हरिद्वार-ऋषिकेश मुख्य मार्ग में एक बड़ा ट्रक श्यामपुर क्षेत्र की ओर से ऋषिकेश की ओर जा रहा था। इस दौरान ट्रक का एक टायर में बड़ा पंक्चर था। ट्रक लगातार 25 से 30 किलोमीटर की गति से मुख्य मार्ग पर दौड़ता रहा।
टायर पर लगातार सड़क पर रगड़ लगने से फटने की स्थिति में था। इसके कारण ट्रक एक तरफ झुकता रहा, इसके बावजूद ट्रक चालक ने ट्रक को सड़क किनारे खड़ा करने के बजाय दौड़ाना उचित समझा। ट्रक दर्जनों छोटे-बड़े वाहनों के समीप से गुजरता हुआ आईडीपीएल के पहले व दूसरे गेट, काले की ढाल जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को पार करता हुआ आगे बढ़ता रहा।करीब सात किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करने के बाद श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर के समीप कुछ युवकों ने ट्रक चालक को रोका, जिसके बाद ट्रक चालक ने ट्रक सड़क किनारे खड़ा किया। इस दौरान पुलिस व परिवहन विभाग की टीम ना मौके पर नजर आई, ना ही भनक लगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को सूचना दी।
सप्ताहांत व चारधाम यात्रा में भी अधिकारी मुस्तैद नहीं
सोमवार को अवकाश होने के कारण सप्ताहांत को पहुंचे पर्यटकों की आवाजाही रही। जबकि, चारधाम यात्रा होने के चलते भी शहरभर में यात्रियों की अधिक संख्या में उपस्थिति है। ऐसे में जिम्मेदारों की मुख्य मार्ग में मुस्तैदी नजर नहीं आ रही है। सोमवार को हुई घटना तो कुछ ऐसे ही हालात बयां कर रही है।