सितारगंज में 50,000 की फिरौती के लिए युवक पर चाकू से हमला, 8 घंटे में पुलिस ने दबोचे दो शातिर आरोपी
रुद्रपुर | 9 जून 2025 — उधमसिंहनगर पुलिस ने एक बार फिर तेज कार्रवाई कर यह साबित कर दिया कि अपराधियों के लिए उत्तराखंड में कोई जगह नहीं। SSP मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर सितारगंज पुलिस ने एक युवक को बंधक बनाकर फिरौती मांगने और चाकू से हमला करने वाले दो आरोपियों को 8 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया।
क्या है मामला?
वार्ड नंबर 8, पुरानी मंडी निवासी पृथ्वीराज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 7 जून की शाम उनके परिचित कासिद (पुत्र मोहम्मद इस्माइल) और अमन गुप्ता (पुत्र रमेश गुप्ता) उन्हें एक काम के बहाने अमन के घर ले गए। वहां अमन का भाई आकाश गुप्ता भी पहले से मौजूद था।
तीनों ने मिलकर पृथ्वीराज को कमरे में बंद कर दिया और 50,000 रुपये मंगवाने के लिए फोन करने का दबाव डाला। विरोध करने पर आरोपियों ने उसकी गर्म चाकू से वार कर बर्बर पिटाई की।
8 घंटे में गिरफ्तारी, SSP के निर्देश पर बनाई गई स्पेशल टीमें
घटना की जानकारी मिलते ही SSP मणिकांत मिश्रा ने तत्काल एक्शन लेते हुए गिरफ्तारी के निर्देश जारी किए। सितारगंज कोतवाली पुलिस ने त्वरित जांच और रेड डालकर महज 8 घंटे में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी:
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कासिद, निवासी बाईपास कॉलोनी, सितारगंज
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अमन गुप्ता, निवासी बाईपास कॉलोनी, सितारगंज
तीसरा आरोपी आकाश गुप्ता अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
अब तक की जांच में क्या सामने आया?
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घटना पूर्व-नियोजित थी।
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आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
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पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर चोटों की पुष्टि हुई है।
SSP मणिकांत मिश्रा का बयान:
“अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
क्यों अहम है यह कार्रवाई?
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अपराध मुक्त उत्तराखंड के विजन को लेकर पुलिस पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
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इस त्वरित कार्रवाई ने आम जनता में सुरक्षा का विश्वास और अपराधियों में खौफ का संदेश दिया है।
आगे क्या?
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पुलिस की टीम तीसरे आरोपी की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
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आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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जल्द ही इस केस में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
निष्कर्ष:
उधमसिंहनगर पुलिस की इस तेज़ कार्रवाई ने न केवल पीड़ित को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया, बल्कि यह भी साफ कर दिया कि उत्तराखंड में अपराधियों की अब खैर नहीं।