मसूरी, 12 जून 2025
मसूरी के पिक्चर पैलेस बैरियर पर बुधवार देर रात उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब प्रतिबंधित समय में प्रवेश को लेकर पीआरडी जवान और एक युवक के बीच विवाद हो गया। युवक पर थप्पड़ मारने के आरोप के बाद यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया। हालांकि, गुरुवार को पीआरडी जवान द्वारा लिखित माफी मांगे जाने के बाद विवाद शांत हुआ।
क्या था पूरा मामला?
बुधवार रात मसूरी के पिक्चर पैलेस बैरियर पर एक युवक और ड्यूटी पर तैनात पीआरडी जवान के बीच कहासुनी हो गई। जानकारी के मुताबिक, युवक ने प्रतिबंधित समय में माल रोड में प्रवेश की कोशिश की, जिस पर पीआरडी जवान ने उसे रोका। इसी दौरान कथित रूप से पीआरडी जवान ने युवक को थप्पड़ जड़ दिया, जिससे मामला उग्र हो गया।
थोड़ी ही देर में मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई और देर रात तक बैरियर पर हंगामे की स्थिति बनी रही। मामला गरमाने पर पुलिस ने हस्तक्षेप किया और लोगों को आश्वासन दिया कि अगले दिन जवान को बुलाकर माफी मंगवाई जाएगी। आश्वासन के बाद लोग घर लौट गए।
सुबह फिर भड़का गुस्सा, सड़क जाम, पर्यटक परेशान
गुरुवार सुबह जब पीआरडी जवान को बुलाया नहीं गया, तो नाराज़ लोग फिर पिक्चर पैलेस गेट पर इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बैरिकेडिंग लगाकर माल रोड पर प्रवेश बंद कर दिया गया, जिससे करीब एक घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
इस दौरान पर्यटक भी परेशान होते नजर आए, जिन्हें रास्ता बदलकर जाना पड़ा।
पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी पहुंची मौके पर, किया समाधान
बढ़ते विवाद को देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी मौके पर पहुंचीं और लोगों से शांत रहने की अपील की। सभी प्रदर्शनकारियों को कोतवाली ले जाया गया, जहां पीआरडी जवान ने घटना के लिए लिखित माफीनामा सौंपा।
इसके बाद दोनों पक्षों की सहमति से मामला शांत हो गया।
अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
मीरा सकलानी, अध्यक्ष, नगर पालिका
“कुछ शरारती तत्व शहर का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। पीआरडी जवान को तत्काल ड्यूटी से हटा दिया गया है और भविष्य में कोई कार्य नहीं सौंपा जाएगा। जो भी शहर की शांति भंग करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
मनोज असवाल, सीओ मसूरी
“दोनों पक्षों की बात सुनी गई। जवान ने घटना पर खेद जताते हुए लिखित माफी दी है। मामला पूरी तरह शांत हो गया है।”
पीआरडी जवान को ड्यूटी से हटाया गया
नगर पालिका प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए पीआरडी जवान को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है और भविष्य में उसे किसी भी प्रकार की ड्यूटी न सौंपने का निर्णय लिया है।
निष्कर्ष
मसूरी जैसे संवेदनशील और पर्यटन-प्रधान क्षेत्र में सड़क पर झगड़े जैसी घटनाएं न केवल स्थानीय व्यवस्था को चुनौती देती हैं बल्कि राज्य की छवि पर भी असर डालती हैं। इस मामले में नगर प्रशासन और पुलिस की तेज़ कार्रवाई और संवाद से स्थिति को समय रहते संभाल लिया गया, लेकिन यह संकेत ज़रूर देता है कि प्रशासनिक व्यवस्था में और संवेदनशीलता और पारदर्शिता की ज़रूरत है।