देहरादून | न्यूज़ डेस्क | 15 जून 2025
देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार सुबह एक हृदयविदारक हादसे में फैक्ट्री में काम करने जा रहे दो बाइक सवारों को तेज रफ्तार बस ने टक्कर मार दी। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया है। पुलिस ने बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
हादसे की लोकेशन और घटनाक्रम
यह हादसा बड़ा रामपुर मस्जिद के पास उस वक्त हुआ, जब पंजाब रोडवेज की एक बस देहरादून से हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब की ओर जा रही थी। सामने से आ रही बाइक को बस चालक ने ओवरटेक करते वक्त सीधी टक्कर मार दी।
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मृतक की पहचान 38 वर्षीय लाल सिंह के रूप में हुई है, जो चकराता तहसील क्षेत्र के बायला गांव का रहने वाला था।
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बाइक पर पीछे बैठे धर्मेंद्र प्रजापति, निवासी वार्ड नंबर दो, आदर्श विहार, हरबर्टपुर, को गंभीर चोटें आई हैं। उनका इलाज धूलकोट स्थित एक निजी अस्पताल में जारी है।
मौके पर पहुंची पुलिस, शव पोस्टमार्टम को भेजा
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सहसपुर थाना प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट के अनुसार, हादसे के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को अस्पताल भिजवाया।
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चिकित्सकों ने लाल सिंह को मृत घोषित कर दिया।
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पुलिस ने मृतक का पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज
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मृतक के चचेरे भाई भरत सिंह चौहान की तहरीर पर सहसपुर थाने में बस चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाकर मौत का कारण बनने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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बस और बाइक को थाने में सीज कर दिया गया है।
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पुलिस बस चालक की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
स्थानीय लोगों में रोष
स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर तेज रफ्तार वाहनों का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिससे आम राहगीरों और दफ्तर जाने वाले श्रमिकों को जान का जोखिम उठाना पड़ रहा है। उन्होंने सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की मांग की है।
हादसे से जुड़े मुख्य बिंदु:
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स्थान: देहरादून-पांवटा हाईवे, बड़ा रामपुर मस्जिद के पास
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वाहन: पंजाब रोडवेज की बस
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मृतक: लाल सिंह, निवासी बायला गांव, चकराता
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घायल: धर्मेंद्र प्रजापति, निवासी आदर्श विहार, हरबर्टपुर
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उद्देश्य: दोनों मजदूर सेलाकुई स्थित फैक्ट्री जा रहे थे
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प्राथमिकी: बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
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जांच स्थिति: बस सीज, चालक की पहचान जारी
निष्कर्ष:
एक और हादसा तेज रफ्तार और लापरवाही का नतीजा बन गया, जिसमें एक परिवार का चिराग बुझ गया और दूसरा व्यक्ति जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन ऐसे हादसों पर लगाम लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।