चकराता (उत्तराखंड), 18 जून 2025
चकराता के प्रसिद्ध बस अड्डा सेल्फी प्वाइंट पर बुधवार की शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। सूर्यास्त के सुंदर नज़ारे के बीच सेल्फी ले रही एक महिला पर बंदर ने अचानक झपट्टा मार दिया, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सीढ़ियों से नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई।
यह घटना करीब शाम 4 बजे की है। घायल महिला की पहचान 30 वर्षीय अंजना, पत्नी अनूप, निवासी डांगुठा (त्यूणी तहसील) के रूप में हुई है। वह अपने परिवार संग चकराता घूमने आई थीं। चश्मदीदों के मुताबिक, अंजना जब सेल्फी ले रही थीं, तभी उन्होंने हाथ में खाने का पैकेट पकड़ा हुआ था। यह देखकर एक बंदर उन पर झपट पड़ा। हमले से घबराई अंजना का पैर फिसला और वह सीढ़ियों से गिर गईं।
कंधे की गंभीर चोट, हायर सेंटर रेफर
राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तत्काल महिला को उठाया और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चकराता पहुंचाया।
चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया कि महिला का एक कंधा उखड़ गया है और प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
छावनी क्षेत्र में बंदरों का आतंक — स्थानीय व्यापारियों की प्रशासन से कड़ी मांग
इस घटना के बाद चकराता के व्यापारियों और आम नागरिकों में बंदरों के आतंक को लेकर गहरी चिंता देखी जा रही है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष केशर सिंह, उपाध्यक्ष दिनेश चांदना, सचिव रवीश अरोड़ा, नैन सिंह राणा, और आनंद राणा समेत कई व्यापारियों ने छावनी परिषद से बंदरों की बढ़ती संख्या पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा, “बंदरों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है, जिससे पर्यटक और स्थानीय लोग दोनों डरे हुए हैं। स्कूली बच्चों की सुरक्षा भी खतरे में है। यदि समय रहते समाधान नहीं किया गया, तो बड़ा हादसा हो सकता है।”
प्रशासन का जवाब: जल्द हल का आश्वासन
इस मुद्दे पर छावनी परिषद के अधिशासी अधिकारी आर.एस. मंडल ने जानकारी दी कि बंदरों को पकड़ने और समस्या के समाधान के लिए एक एनजीओ से बातचीत चल रही है, और जल्द ही ठोस कार्रवाई की जाएगी।
सवाल उठते हैं…
- क्या पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा इंतज़ाम नाकाफी हैं?
- बंदरों के आतंक पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
- बच्चों और बुज़ुर्गों की सुरक्षा के लिए प्रशासन क्या ठोस कदम उठाएगा?
चकराता जैसे पर्यटन स्थलों पर बढ़ते वन्यजीव मानवीय संपर्क को लेकर जागरूकता और निवारक उपाय जरूरी हैं। जब तक स्थानीय प्रशासन सतर्क नहीं होता, ऐसी घटनाएं पर्यटन को भी प्रभावित कर सकती हैं।
अगर आप चकराता की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो खाने का सामान खुले में ले जाने से बचें और बंदरों से दूरी बनाए रखें।