देहरादून, 25 जून 2025 | उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सुरेश राठौर एक बार फिर विवादों में हैं। दूसरी शादी की तस्वीरें वायरल होने के बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस थमा दिया है। जवाब देने के बाद जब राठौर देहरादून स्थित प्रदेश पार्टी कार्यालय पहुंचे, तो मीडिया ने उनसे इस मुद्दे पर तीखे सवाल दागे।
हालांकि, राठौर ने पूरे विवाद को सिरे से नकारते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया और कांग्रेस पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा— “ये कोई शादी नहीं, बल्कि ‘भाभी जी विधायक हैं’ वाला सीन था।”
क्या है मामला?
हाल ही में सोशल मीडिया पर सुरेश राठौर की एक महिला के साथ फोटो वायरल हुई, जिसे लेकर दावा किया गया कि उन्होंने दूसरी शादी कर ली है। तस्वीरों में पारंपरिक वेषभूषा और शादी जैसे दृश्य देखे गए, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई। भाजपा नेतृत्व ने उन्हें नोटिस भेजकर जवाब तलब किया।
मीडिया के सवालों पर क्या बोले राठौर?
मंगलवार को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर जवाब सौंपने के बाद राठौर पार्टी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से कहा:
“मैंने न कोई विवाह किया, न कोई कानून तोड़ा है। क्या आपने मुझे किसी वीडियो में वरमाला पहनाते, सिंदूर लगाते या फेरे लेते देखा है? नहीं ना? तो फिर ये शोर किस बात का?”
उन्होंने इसे एक स्क्रिप्टेड फोटोशूट बताया और कहा कि वायरल तस्वीर को गलत तरीके से पेश किया गया है।
कांग्रेस पर सीधा हमला
सुरेश राठौर ने प्रेस से बातचीत में कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा:
“अगर कांग्रेस को वीडियो ही दिखाने हैं, तो पहले एनडी तिवारी, हरक सिंह रावत और हरीश रावत के वीडियो सामने लाएं। भाजपा के नेता पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें।”
समान नागरिक संहिता पर भी दी सफाई
पूर्व विधायक ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC) का कोई उल्लंघन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी की विचारधारा का सम्मान करते हैं और पार्टी अनुशासन के दायरे में रहते हुए ही आगे भी जवाब देंगे।
क्या होगी भाजपा की अगली कार्रवाई?
सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने उनसे विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा है। संगठन स्तर पर इस पूरे मामले की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन मामला संगठन के लिए असहज करने वाला जरूर बन गया है।
राजनीति में निजी जीवन के मुद्दे अक्सर बड़ा रूप ले लेते हैं, और सुरेश राठौर का यह विवाद आने वाले दिनों में उत्तराखंड की राजनीति में और गर्मी ला सकता है।