सीजेरियन से लेकर हर्निया तक मरीजों को मिली राहत, लंबे इंतजार के बाद स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर लौटीं
देहरादून, 26 जून 2025
उप जिला अस्पताल में ऑपरेशन सुविधा पूरे 19 दिन बाद बहाल हो गई है। बुधवार को अस्पताल में पहले ही दिन पांच सफल ऑपरेशन किए गए। लंबे समय से ऑपरेशन का इंतजार कर रहे मरीजों और गर्भवती महिलाओं के लिए यह खबर किसी राहत से कम नहीं है।
क्या थी वजह?
सीएमएस एवं वरिष्ठ निश्चेतक डॉ. प्रदीप चौहान पिछले 20 दिनों से अवकाश पर थे। उन्होंने यह अवकाश गंभीर रूप से बीमार अपनी माता के इलाज के लिए लिया था। हालांकि, अवकाश के दौरान भी उन्होंने दो बार विशेष परिस्थितियों में मरीजों को एनेस्थीसिया देकर ऑपरेशन में सहयोग किया था।
डॉ. चौहान ने सोमवार को ड्यूटी फिर से ज्वाइन की, लेकिन सोमवार और मंगलवार को विभागीय बैठक में देहरादून में व्यस्त रहने के कारण बुधवार को ही अस्पताल पहुंचे और ऑपरेशन सेवा बहाल की।
पहले दिन हुए ये ऑपरेशन:
➡️ 2 हर्निया ऑपरेशन
➡️ 1 सीजेरियन डिलीवरी
➡️ 1 शरीर पर गांठ का ऑपरेशन
➡️ 1 जननांग संबंधी ऑपरेशन
डॉ. चौहान ने जानकारी दी कि करीब 8 ऑपरेशन अब भी लंबित हैं, जिन्हें जल्द प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब अस्पताल में नियमित रूप से ऑपरेशन सेवा दी जाएगी।
मरीजों और परिजनों ने ली राहत की सांस
ऑपरेशन सेवा ठप होने से पिछले 19 दिनों से गर्भवती महिलाएं, सर्जरी के जरूरतमंद मरीज और उनके परिजन भारी असुविधा में थे। कई मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर करना पड़ा, जिससे आर्थिक और मानसिक दबाव बढ़ गया था। अब सेवा बहाल होने से अस्पताल में फिर से सामान्य स्थिति लौटने लगी है।
प्रशासन से मांग: वैकल्पिक व्यवस्था हो तैयार
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सरकारी अस्पतालों में वैकल्पिक चिकित्सक या एनेस्थीसिया विशेषज्ञ की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए? ताकि किसी वरिष्ठ डॉक्टर के अवकाश के दौरान इलाज प्रभावित न हो।