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सहसपुर जमीन घोटाले में गरमाई सियासत: हरक सिंह रावत बोले – “दोषी साबित हुआ तो राजनीति से ले लूंगा संन्यास”


देहरादून, उत्तराखंड | ताज़ा अपडेट


ईडी की चार्जशीट के बाद सियासी पलटवार, हरक सिंह रावत का बयान – “ईडी सरकार के दबाव में”

सहसपुर जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा पूर्व वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के खिलाफ स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दायर किए जाने के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर हरक सिंह ने इसे एक राजनीतिक साजिश करार दिया और तीखे हमले बोले।


“दशमलव एक प्रतिशत भी दोषी हुआ तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा” – हरक सिंह

डॉ. रावत ने कहा कि यदि वह इस प्रकरण में 0.1% भी दोषी पाए गए तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

“मैं डरकर भाजपा में जाने वाला नहीं हूं। कफन बांधकर राजनीति करता हूं। ये चार्जशीट पूरी तरह फर्जी है और सत्ता के दबाव में दाखिल की गई है।”


हरक सिंह का दावा – ईडी के पास ठोस साक्ष्य नहीं

रावत ने कहा कि ईडी ने जिन 8.29 हेक्टेयर जमीन का उल्लेख किया है, वह भूमि वर्ष 1962 से सुशीला देवी के नाम दर्ज थी।
उन्होंने स्पष्ट किया:

  • राजपुर रोड जैसी जगहों में जमीन सर्किल रेट से 15% महंगी मिलती है।
  • जिन इलाकों में सड़क नहीं है, वहां जमीन सर्किल रेट से 50% कम पर बिकती है।

उनका आरोप है कि जमीन सौदे को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है।


“दोष साबित नहीं हुआ तो ईडी पर होगी कार्रवाई”

डॉ. रावत ने कहा कि अगर उनके खिलाफ कोई भी आरोप साबित नहीं होता, तो ईडी अधिकारियों पर फर्जी चार्जशीट दाखिल करने का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।


क्या है सहसपुर जमीन घोटाला मामला?

  • वर्ष 2002 में डॉ. हरक सिंह रावत ने सहसपुर क्षेत्र में एक महिला, सुशीला रानी से भूमि खरीदी थी।
  • ईडी का आरोप है कि इस सौदे में वित्तीय अनियमितताएं, दस्तावेजों में हेरफेर, और अवैध लेन-देन हुए।
  • इसी आधार पर पीएमएलए कानून के तहत उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।

“निवेशक सम्मेलन की आड़ में जमीनों की बंदरबांट” – रावत का आरोप

रावत ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह भाजपा सरकार में मंत्री थे, उस समय ₹30,000 करोड़ के निवेश के लिए करार हुआ था, लेकिन एक भी उद्योग नहीं लगा।

“हरिद्वार और सेलाकुई में जो उद्योग कांग्रेस के समय लगे थे, वह भी बंद हो चुके हैं।”


“2027 में भी चुनाव जीतूंगा, सिर्फ 10 दिन का वक्त चाहिए”

अपने चुनावी अनुभव का ज़िक्र करते हुए रावत ने कहा कि वह अब तक सबसे अधिक बार मंत्री बने हैं।

“2027 में भी चुनाव लड़ूंगा, सिर्फ दस दिन की मेहनत काफी है।”


राजनीतिक संदेश – “भाजपा के घमंड का अंत होगा”

भाजपा पर निशाना साधते हुए रावत ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी को रावण और कंस जैसा घमंड हो गया है, जिसका अंत निश्चित है।

“भाजपा के लोग कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं, लेकिन मैं डरने वाला नहीं।”


निष्कर्ष
सहसपुर जमीन घोटाले में ईडी की चार्जशीट से उत्तराखंड की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। हरक सिंह रावत का तीखा पलटवार इस मुद्दे को सियासी मोड़ पर ले जा चुका है। अब सबकी नजरें अदालत की कार्यवाही और जांच के निष्कर्ष पर टिकी हैं।

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