देहरादून, 7 अगस्त 2025
इस रक्षाबंधन पर उत्तराखंड सरकार ने बहनों को एक खास सौगात दी है। 9 अगस्त 2025 को रक्षाबंधन के पावन पर्व पर प्रदेश की सभी महिलाओं को उत्तराखंड रोडवेज की बसों में नि:शुल्क यात्रा करने की सुविधा दी जाएगी। यह योजना पूरे प्रदेश में लागू होगी, जिससे हजारों बहनें अपने भाइयों तक बिना कोई किराया दिए पहुंच सकेंगी।
सरकार का तोहफा: यात्रा पूरी तरह मुफ्त
उत्तराखंड परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) पवन मेहरा द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि:
- रक्षाबंधन के दिन, 9 अगस्त को महिलाएं किसी भी उत्तराखंड रोडवेज बस में मुफ्त यात्रा कर सकेंगी।
- यह सुविधा राज्य के भीतर चलने वाली सभी रोडवेज बसों पर लागू होगी।
- योजना पिछले वर्षों की तरह इस बार भी सरकार द्वारा प्रायोजित की गई है।
- महिलाओं को यात्रा के दौरान कोई किराया नहीं देना होगा, यानी सफर पूरी तरह शून्य शुल्क पर होगा।
यात्रा व्यवस्था और निर्देश
परिवहन निगम द्वारा सभी चालकों और परिचालकों को आदेशित किया गया है कि:
- ई-टिकट मशीन या लॉग बुक में महिला यात्री की यात्रा का विवरण अंकित किया जाए।
- किराया कॉलम में ‘0’ यानी शून्य दर्ज किया जाए।
- यह डेटा संबंधित मंडलीय प्रबंधक संचालन कार्यालय को रिपोर्ट करना अनिवार्य होगा, ताकि शासन द्वारा सब्सिडी की प्रतिपूर्ति की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
सरकार उठाएगी खर्च का भार
रक्षाबंधन पर महिलाओं की नि:शुल्क यात्रा से होने वाले खर्च को शासन स्वयं वहन करेगा।
- इससे रोडवेज की आय पर कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा।
- महिला यात्रियों को यह सुविधा सरल, सम्मानजनक और बाधारहित तरीके से मिले, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
रक्षाबंधन पर्व पर महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम
उत्तराखंड सरकार का यह निर्णय एक ओर जहां रक्षाबंधन के त्योहार को सामाजिक सरोकार से जोड़ता है, वहीं दूसरी ओर यह महिला सशक्तिकरण और सुविधा-केन्द्रित शासन प्रणाली की मिसाल भी पेश करता है। हर साल की तरह इस बार भी इस पहल से हजारों महिलाएं लाभान्वित होंगी, खासकर वे जो ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों से आती हैं।
कौन-कौन कर सकेंगी मुफ्त यात्रा?
- राज्य की हर महिला यात्री, चाहे वह किसी भी आयु वर्ग से हो
- यात्रा के लिए कोई अतिरिक्त पहचान पत्र या पास की आवश्यकता नहीं
- सुविधा सिर्फ 9 अगस्त 2025 को और केवल उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) की बसों में मान्य होगी
पिछले वर्षों में भी मिली सराहना
इस योजना को पिछले वर्षों में भी जनता से बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। हजारों बहनों ने इस सुविधा का लाभ लेकर न केवल आसानी से अपने भाइयों तक पहुंच बनाई, बल्कि सरकार की इस पहल को धन्यवाद भी दिया।
निष्कर्ष: सिर्फ यात्रा नहीं, भावनाओं की डोर को मजबूत करने की पहल
उत्तराखंड सरकार की इस नि:शुल्क यात्रा योजना के ज़रिए रक्षाबंधन सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि सरकार और जनता के बीच जुड़ाव का प्रतीक बन गया है। यह निर्णय न सिर्फ महिलाओं को सम्मान देता है, बल्कि पर्व के मौके पर उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त भी महसूस कराता है।
